देहरादून: लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया है. प्रदेश में इस बार कुल 61.50 फीसदी सामान्य मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा मतदान हरिद्वार लोकसभा सीट पर 68.92 प्रतिशत हुआ. वहीं, सबसे कम मतदान अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 51.82 प्रतिशत रहा.
कई बूथों पर समय से शुरू नहीं हो सका मतदान
प्रदेश में कई बूथ ऐसे थे जहां ईवीएम और वीवीपैट के मॉकपोल के चलते समय से मतदान शुरू नहीं हो पाया. ईवीएम- वीवीपैट की खराबी की वजह से उसे रिप्लेस किया गया. इसका नतीजा यह रहा कि इन बूथों पर 8 बजे के बाद ही मतदान शुरू हो पाया. हालांकि मतदान शुरू होने के बाद भी कई जगह ईवीएम और वीवीपैट के खराब होने के चलते उसे रिप्लेस करना पड़ा. जिसकी वजह से मतदाताओं को मतदान करने के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ा.
बता दें कि पांचों सीटों पर ईवीएम-वीवीपैट के मॉक पोल के दौरान 135 बैलट यूनिट, 163 कंट्रोल यूनिट और 398 वीवीपैट को रिप्लेस किया गया. मतदान शुरू होने के बाद प्रदेश के पांचों सीटों पर कुल 82 ईवीएम और 330 वीवीपैट को रिप्लेस किया गया.
14 बूथों पर मतदाताओं ने नहीं डाले वोट
वहीं, प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटों पर कई ऐसे बूथ थे जहां के लोगों ने अपनी स्थानीय समस्याओं का समाधान न होने पर चुनाव का बहिष्कार किया. लोगों का कहना था कि चुनाव आते ही नेता वोट मांगने चले आते हैं और फिर कभी दिखाई नहीं देते. टिहरी में 2 बूथ ऐसे थे जहां लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया. चमोली में 3, नैनीताल में 1, बागेश्वर में 2, अल्मोड़ा में 1, चंपावत में 2 और पिथौरागढ़ में 3 बूथों पर मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया.
ज्वालापुर के पीठासीन अधिकारी पर गिरी गाज
मतदान के दिन प्रदेश के लगभग सभी बूथों की वेबकास्टिंग की जा रही थी. इस दौरान 45 ज्वालापुर बूथ के वेबकास्टिंग में वहां के पीठासीन अधिकारी लापरवाही करते नजर आए. जिसपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने हरिद्वार के डीएम दीपक रावत को जांचकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
चुनाव कर्मचारी और मतदाता की हुई मौत
रुड़की गंगनहर के माधवपुर बूथ पर चुनाव ड्यूटी कर रहे होमगार्ड धर्मपाल के सीने में तेज दर्द उठा था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले गया. जहां होमगार्ड की मौत हो गई. वहीं, उधमसिंह नगर के अमृतनगर बूथ पर लाइन में लगे मतदाता मनीमोहन जमीन पर गिर गए थे. जिसपर उनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
गोपनीयता भंग करने पर कई लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा
मतदान के दौरान कई ऐसे मामले देखे गए जहां मतदाताओं ने मतदान करते हुए ईवीएम और वीवीपैट के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर अपलोड की. साथ ही हरिद्वार में भाजपा के जिला महामंत्री पर भी वोट देते हुए सेल्फी लेने के मामले में निर्वाचन आयोग ने तत्काल मुकदमा दर्ज करवाया था. ऐसे ही प्रदेश भर में करीब 6 से 8 मामले देखने को मिले, जिसमें सभी के ऊपर गोपनीयता भंग करने का मुकदमा दर्ज किया गया.
प्रदेश में 61.50 फीसदी मतदाताओं ने किया मतदान
- उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर कुल 77,65,423 मतदाता थे. जिसमें से 47,75,517 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जिसमें 23,86,648 पुरुष मतदाता और 23,88,831 महिला मतदाता और 38 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल थे. जोकि कुल मतदाताओं का 61.50 फीसदी है.
- टिहरी लोकसभा सीट पर 14,81,195 सामान्य मतदाताओं में से 8,63,513 मतदाताओं ने मतदान किया. इसमें से 4,30,882 पुरुष मतदाता थे और 4,32,624 महिला मतदाता और 7 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल थे. टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट पर 58.30 प्रतिशत मतदान हुआ.
- पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर 13,21,343 सामान्य मतदाताओं में से 7,19,724 मतदाताओं ने मतदान किया. जिसमें 3,29,988 पुरुष मतदाता, 3,89,734 महिला मतदाता और 2 ट्रांसजेंडर मतदाता थे. वहीं, पौड़ी गढ़वाल में 54.47 प्रतिशत मतदान हुआ.
- अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 13,09,085 सामान्य मतदाताओं में से 6,78,327 मतदाताओं ने मतदान किया. इसमें से 3,09,747 पुरुष मतदाता, 3,68,578 महिला मतदाता और 2 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल थे. अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर 51.82 प्रतिशत मतदान हुआ.
- नैनीताल- उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर 18,18,271 सामान्य मतदाताओं में से 12,48,892 मतदाताओं ने मतदान किया. इसमें से 6,44,548 पुरुष मतदाता, 6,04,339 महिला मतदाता और 5 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल रहे. वहीं, नैनीताल- उधमसिंह नगर लोकसभा सीट पर 68.69 प्रतिशत मतदान हुआ.
- हरिद्वार लोकसभा सीट पर 18,35,529 सामान्य मतदाताओं में से 12,65,061 मतदाताओं ने मतदान किया. जिसमें से 6,71,483 पुरुष मतदाता, 5,93,556 महिला मतदाता और 22 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल थे. वहीं, हरिद्वार लोकसभा सीट पर 68.92 प्रतिशत मतदान हुआ.