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रुड़कीः ग्राम प्रधान कमरे आलम के हत्यारे गिरफ्तार, 10 लाख रुपए में तय हुआ था 'मौत' का सौदा - तीन सुपारी किलर गिरफ्तार

जनपद के गंगनहर कोतवाली पुलिस ने ग्राम प्रधान कमरे आलम हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है. वहीं हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं.

three killers arrested
तीन सुपारी किलर गिरफ्तार
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Published : Jan 8, 2020, 7:23 PM IST

रुड़की: जिले के गंगनहर कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बुधवार को ग्राम प्रधान कमरे आलम हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि सुपारी किलर को 10 लाख रुपए में प्रधान की हत्या की सुपारी मुजफ्फरनगर के किलर को आबिद ने दी थी. अभी साजिश रचने का आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

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जानिए पूरा मामला

बता दें कि रुड़की के रामनगर कोर्ट के बाहर 20 दिसंबर की शाम बाइक सवार शूटरों द्वारा नगला कुबड़ा गांव के ग्राम प्रधान कमरे आलम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कमरे आलम की कमेलपुर गांव निवासी आबिद और उसके परिवार से पुरानी रंजिश थी. आबिद और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा 2010 में कमरे आलम के भाई मुजम्मिल की हत्या की गई थी.

तीन सुपारी किलर गिरफ्तार

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कमरे आलम की हत्या के बाद पुलिस की मुख्य जांच पुरानी रंजिश से ही शुरू हुई थी. जांच में उसके बड़े भाई आशिक की मिलीभगत सामने आई थी. आबिद ने मुजफ्फरनगर निवासी नसीम को हत्या के लिए दस लाख रुपये की सुपारी दी थी. वहीं आबिद की नसीम से मुलाकात जेल में हुई थी. जब वो मुज्जमिल हत्याकांड में जेल में बंद था और सलमान को प्रधान की हत्या करने के लिए भेजा था.

आबिद द्वारा दोनों की ग्राम प्रधान से पहचान करवाई गई और लंबी रेकी के बाद 20 तारीख को नसीम और सलमान ने हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. हत्या में सलमान और नसीम द्वारा दिलशाद को भी शामिल किया गया था. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए शूटरों की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किए गए हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं.

रुड़की: जिले के गंगनहर कोतवाली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बुधवार को ग्राम प्रधान कमरे आलम हत्याकांड का खुलासा किया है. पुलिस ने तीन सुपारी किलर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि सुपारी किलर को 10 लाख रुपए में प्रधान की हत्या की सुपारी मुजफ्फरनगर के किलर को आबिद ने दी थी. अभी साजिश रचने का आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

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बता दें कि रुड़की के रामनगर कोर्ट के बाहर 20 दिसंबर की शाम बाइक सवार शूटरों द्वारा नगला कुबड़ा गांव के ग्राम प्रधान कमरे आलम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कमरे आलम की कमेलपुर गांव निवासी आबिद और उसके परिवार से पुरानी रंजिश थी. आबिद और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा 2010 में कमरे आलम के भाई मुजम्मिल की हत्या की गई थी.

तीन सुपारी किलर गिरफ्तार

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कमरे आलम की हत्या के बाद पुलिस की मुख्य जांच पुरानी रंजिश से ही शुरू हुई थी. जांच में उसके बड़े भाई आशिक की मिलीभगत सामने आई थी. आबिद ने मुजफ्फरनगर निवासी नसीम को हत्या के लिए दस लाख रुपये की सुपारी दी थी. वहीं आबिद की नसीम से मुलाकात जेल में हुई थी. जब वो मुज्जमिल हत्याकांड में जेल में बंद था और सलमान को प्रधान की हत्या करने के लिए भेजा था.

आबिद द्वारा दोनों की ग्राम प्रधान से पहचान करवाई गई और लंबी रेकी के बाद 20 तारीख को नसीम और सलमान ने हत्या की घटना को अंजाम दिया गया. हत्या में सलमान और नसीम द्वारा दिलशाद को भी शामिल किया गया था. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए शूटरों की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किए गए हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं.

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रुड़की गंगनहर कोतवाली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है इसके चलते पुलिस ने आज ग्राम प्रधान कमरे आलम की हत्याकांड का खुलासा किया है पुलिस ने तीन सुपारी किलर गिरफ्तार किए हैं पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया की सुपारी किलर रुको 1000000 रुपए में प्रधान की हत्या की सुपारी मुजफ्फरनगर के आरोपियों को आबिद द्वारा दी गई थी अभी साजिश रचने के आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं


Body:वीओ-- रुड़की के रामनगर कोर्ट के बाहर 20 दिसंबर की शाम बाइक सवार शूटरो द्वारा नगला कुबड़ा गांव के ग्राम प्रधान कमरे आलम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी कमरे आलम की कमेलपुर गांव निवासी आबिद और उसके परिवार से पुरानी रंजिश चली आ रही थी आबिद और उसके परिवार के सदस्यों द्वारा 2010 में कमरे आलम के भाई मुजम्मिल की हत्या की गई थी इसके बाद 2012 में कमरे आलम ने मुज्जमिल की हत्या कर दी कमरे आलम की हत्या के बाद पुलिस की मुख्य जांच पुरानी रंजिश से ही शुरू हुई थी जांच में और उसके बड़े भाई आशिक की मिलीभगत सामने आयी थी आबिद ने मुजफ्फरनगर निवासी नसीम को हत्या के लिए दस लाख रुपये की सुपारी दी थी आबिद की नसीम से मुलाकात जेल में हुई थी जब वो मुज्जमिल हत्याकांड में जेल में बंद था और सलमान को प्रधान की हत्या करने के लिए भेजा था आबिद द्वारा दोनों की ग्राम प्रधान से पहचान करवाई गई और लंबी रेकी के बाद 20 तारीख को नईम और सलमान ने हत्या की घटना को अंजाम दिया हत्या में सलमान और नईम द्वारा दिलशाद को भी शामिल किया गया पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है पकड़े गए शूटरो की निशानदेही पर हत्या में प्रयोग किये गए हथियार भी बरामद कर लिये गए है हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे है

बाइट एस के सिंह-- एसपी देहात


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