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रुड़की: सफेदपोश और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण, मूकदर्शक बना HRDA - Roorkee Latest News

सालियर स्थित एक फैक्ट्री में बिना मानचित्र पास किये कई मंजिला निर्माण लंबे समय से चल रहा है. जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी है. बावजूद इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है.

रुड़की में धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण
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Published : Oct 22, 2019, 7:16 PM IST

Updated : Oct 22, 2019, 7:47 PM IST

रुड़की: शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में इन दिनों धड़ल्ले से अवैध निर्माण का काम चल रहा है. वहीं मामले में नियमों का पाठ पढ़ाने वाला एचआरडीए मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है. आलम ये है कि बड़े-बड़े निर्माण बिना नक्शा पास कराए शहर की सूरत बिगाड़ रहे हैं. जिससे सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहा है. शहर में कई अवैध निर्माण कार्य विभागीय अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत से पूरे भी होने वाले हैं. ऐसे में एचआरडीए इन पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है.

रुड़की में धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण

बता दें रुड़की/हरिद्वार में होने वाले निर्माण कार्य एचआरडीए के अंतर्गत आता है. निर्माण करने से पहले एचआरडीए विभाग से निर्माण का मानचित्र पास कराया जाता है. इसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू होता है. इन दिनों रुड़की शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में दर्जनों बड़े निर्माण बिना विभाग की अनुमति के हो रहे हैं. वहीं शहर में भी कई ऐसे अवैध निर्माण कार्य हैं जो विभाग के संज्ञान में हैं, लेकिन सफेदपोशों और विभागीय अधिकारियों के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाला: सात और शिक्षण संस्थानों के खिलाफ मामला दर्ज, तीन UP और एक राजस्थान का

भगवानपुर हाईवे के पास कई ऐसे बड़े निर्माण कार्य हैं जो पूरे होने वाले हैं पर विभाग इन पर भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है. यहां सालियर स्थित एक फैक्ट्री में बिना मानचित्र पास किये कई मंजिला निर्माण लंबे समय से चल रहा है. जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी है. बावजूद इसके इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है. इसके साथ ही भगवानपुर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज लगभग तीन मंजिला निर्माण कर रहा है, इसमें दिलचस्प बात ये है कि निर्माण के लिए कोई नक्शा विभाग से पास नहीं कराया गया है बल्कि प्राइवेट नक्शा बनवाकर और पूर्व प्रधान की मुहर लगाकर ये निर्माण करवाया जा रहा है.

पढ़ें-चेक फ्रॉड कर AIR FORCE के खाते से लाखों उड़ा ले गया ठेकेदार, अगली साजिश से पहले पुलिस ने किया गिरफ्तार

वहीं जब इस मामले में पूर्व ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी निर्माण के नक्शे पर मुहर नहीं लगाई है. जिससे साफ जाहिर होता है कि तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर अवैध निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है. जिससे सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है. बात अगर रुड़की शहर की करें तो यहां भी अवैध निर्माण करने वालों के हौसले बुलन्द हैं. यहां भी लगातार बिना विभाग की अनुमति के बड़े-बड़े निर्माण कार्य किये जा रहे हैं.

रुड़की: शहर से लेकर देहात क्षेत्रों में इन दिनों धड़ल्ले से अवैध निर्माण का काम चल रहा है. वहीं मामले में नियमों का पाठ पढ़ाने वाला एचआरडीए मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है. आलम ये है कि बड़े-बड़े निर्माण बिना नक्शा पास कराए शहर की सूरत बिगाड़ रहे हैं. जिससे सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहा है. शहर में कई अवैध निर्माण कार्य विभागीय अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत से पूरे भी होने वाले हैं. ऐसे में एचआरडीए इन पर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है.

रुड़की में धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण

बता दें रुड़की/हरिद्वार में होने वाले निर्माण कार्य एचआरडीए के अंतर्गत आता है. निर्माण करने से पहले एचआरडीए विभाग से निर्माण का मानचित्र पास कराया जाता है. इसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू होता है. इन दिनों रुड़की शहर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में दर्जनों बड़े निर्माण बिना विभाग की अनुमति के हो रहे हैं. वहीं शहर में भी कई ऐसे अवैध निर्माण कार्य हैं जो विभाग के संज्ञान में हैं, लेकिन सफेदपोशों और विभागीय अधिकारियों के चलते इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.

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भगवानपुर हाईवे के पास कई ऐसे बड़े निर्माण कार्य हैं जो पूरे होने वाले हैं पर विभाग इन पर भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है. यहां सालियर स्थित एक फैक्ट्री में बिना मानचित्र पास किये कई मंजिला निर्माण लंबे समय से चल रहा है. जिसकी जानकारी विभाग के अधिकारियों को भी है. बावजूद इसके इस पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है. इसके साथ ही भगवानपुर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज लगभग तीन मंजिला निर्माण कर रहा है, इसमें दिलचस्प बात ये है कि निर्माण के लिए कोई नक्शा विभाग से पास नहीं कराया गया है बल्कि प्राइवेट नक्शा बनवाकर और पूर्व प्रधान की मुहर लगाकर ये निर्माण करवाया जा रहा है.

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वहीं जब इस मामले में पूर्व ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी निर्माण के नक्शे पर मुहर नहीं लगाई है. जिससे साफ जाहिर होता है कि तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर अवैध निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है. जिससे सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है. बात अगर रुड़की शहर की करें तो यहां भी अवैध निर्माण करने वालों के हौसले बुलन्द हैं. यहां भी लगातार बिना विभाग की अनुमति के बड़े-बड़े निर्माण कार्य किये जा रहे हैं.

Intro:रुड़की

रुड़की शहर से लेकर देहात क्षेत्रो तक अवैध निर्माण धड़ल्ले से चल रहे है, और नियमों का पाठ पढ़ाने वाला एचआरडीए मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। आलम ये है कि बड़े बड़े निर्माण बिना मानचित्र पास कराए शहर की सूरत बिगाड़ रहे है तो वही सरकार को लाखों करोड़ों के राजस्व का चूना लगा रहे है। कई निर्माण सफेद पोश नेताओ की शरण मे हो रहे है तो कई निर्माण विभाग की मिलीभगत के कारण मुकम्मल होने की कगार पर है। ऐसे में एचआरडीए कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है और अंत में निर्माण बिना मानचित्र पास हुए बेढंगे रूप में बनकर तैयार हो जाता है।

आपको बता दे रुड़की/हरिद्वार में होने वाले निर्माण एचआरडीए के अंतर्गत आते है। निर्माण करने से पहले एचआरडीए विभाग से निर्माण का मानचित्र पास कराया जाता है इसके बाद ही निर्माण होता है, लेकिन इन दिनों रुड़की शहर और आस-पास के देहात क्षेत्रों में ऐसा नही है, क्योंकि दर्जनों बड़े निर्माण विभाग की बिना अनुमति के हो रहे है, वहीं रूडकी शहर में भी दर्जनों निर्माण ऐसे है जो विभाग के संज्ञान में है लेकिन विभाग की धींगामुश्ती के चलते ना तो नियमानुसार कार्य हो रहा है और ना ही कार्यवाही। वहीं इसी के साथ भगवानपुर हाइवे के समीप कई बड़े निर्माण ऐसे है जो मुकम्मल होने की कगार पर पहुँच चुके है, लेकिन इन पर भी विभाग की नजरें इनायत साफ दिखाई पड़ती है।


Body:वहीं भगवानपुर सालियर स्थित एक फैक्ट्री में बिना मानचित्र पास करे कई मंजिला निर्माण पिछले लंबे समय से चल रहा है जिसका विभाग को संज्ञान होने के बाद भी आजतक कोई कार्यवाही नही की गई। इसके साथ ही भगवानपुर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज लगभग तीन मंजिला निर्माण कर रहा है, इसमे दिलचस्प बात ये है कि निर्माण का कोई नक्शा विभाग से पास नही कराया गया बल्कि प्राइवेट नक्शा बनवाकर पूर्व प्रधान की मुहर लगाकर निर्माण किया जा रहा है। जबकि उक्त पूर्व ग्राम प्रधान का कहना है कि उसके द्वारा किसी भी निर्माण के नक्शे पर मुहर नही लगाई गई, तो साफ जाहिर होता है कि तरह तरह के हथकण्डे अपनाकर अवैध निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है, और सरकार को लाखों करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।

Conclusion:इसके साथ ही रुड़की शहर की अगर बात करे तो यहां भी अवैध निर्माणधारकों के हौसले इतने बुलन्द है कि दिन दहाड़े बड़े बड़े निर्माण बिना विभाग की अनुमति के किए जा रहे है। एक निर्माण धारण ने दुरभाष पर बताया कि क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधी के शय में वह निर्माण कर रहा है। तो कहना गलत नही होगा कि विभाग की नाक के नीचे अवैध निर्माण हो रहे है और विभाग सबकुछ जानते हुए बेखबर बना हुआ है।

बाइट-- नसीम अहमद (पूर्व प्रधान)
बाइट-- हरबीर सिंह (सचिव एचआरडीए हरिद्वार)
Last Updated : Oct 22, 2019, 7:47 PM IST
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