रुड़की: नगर निगम ने अभी तक शहर के नालों की सफाई नहीं करायी है. बरसात का मौसम शुरू हो गया है, गंदगी से अटे नाले लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं. सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में भी नगर निगम के खिलाफ काफी रोष है. वहीं, नगर निगम के अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई शुरू कर दी गई थी और जल्द से जल्द सभी नालों की सफाई हो जाएगी.
बता दें कि काफी समय से शहर में सफाई न होने के कारण नाले अटे पड़े हैं. जिस कारण नालों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. ऐसे में बरसात के समय इन नालों से पानी की निकासी नहीं हो पाएगी और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही नालों पर अतिक्रमण भी सफाई के आड़े आ रहा है.
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गौरतलब है कि हर साल लाखों का बजट नालों की सफाई के लिए दिया जाता है. लेकिन नालों की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती और बरसात के मौसम में शहर तालाब में तब्दील हो जाता है. इस साल भी 12 बड़े नालों की सफाई के लिए 67 लाख रुपये का बजट दिया गया था. लेकिन अभी तक कई नालों की सफाई नहीं हो पाई है.
वहीं, नगर निगम के सहायक अधिकारी चंद्रकांत ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया था. 12 बड़े नालों की सफाई की जिम्मेदारी 4 ठेकेदारों को दी गई है. साथ ही 58 छोटे नालों की सफाई निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है.