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रुड़कीः 12 बड़े नालों की सफाई में खर्च किए 67 लाख, फिर भी बरसात में खतरा बरकरार ?

रुड़की में नगर निगम द्वारा नालों का सफाई नहीं करायी गई है. जिसके चलते बरसात के मौसम में ये नाले लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं.

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Published : Jun 29, 2019, 5:50 PM IST

बरसात में नालों से खतरा.

रुड़की: नगर निगम ने अभी तक शहर के नालों की सफाई नहीं करायी है. बरसात का मौसम शुरू हो गया है, गंदगी से अटे नाले लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं. सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में भी नगर निगम के खिलाफ काफी रोष है. वहीं, नगर निगम के अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई शुरू कर दी गई थी और जल्द से जल्द सभी नालों की सफाई हो जाएगी.

बरसात में नालों से खतरा.

बता दें कि काफी समय से शहर में सफाई न होने के कारण नाले अटे पड़े हैं. जिस कारण नालों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. ऐसे में बरसात के समय इन नालों से पानी की निकासी नहीं हो पाएगी और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही नालों पर अतिक्रमण भी सफाई के आड़े आ रहा है.

पढ़ें: उत्तराखंड की बेटी मोनिका भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में बनीं वैज्ञानिक

गौरतलब है कि हर साल लाखों का बजट नालों की सफाई के लिए दिया जाता है. लेकिन नालों की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती और बरसात के मौसम में शहर तालाब में तब्दील हो जाता है. इस साल भी 12 बड़े नालों की सफाई के लिए 67 लाख रुपये का बजट दिया गया था. लेकिन अभी तक कई नालों की सफाई नहीं हो पाई है.

वहीं, नगर निगम के सहायक अधिकारी चंद्रकांत ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया था. 12 बड़े नालों की सफाई की जिम्मेदारी 4 ठेकेदारों को दी गई है. साथ ही 58 छोटे नालों की सफाई निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है.

रुड़की: नगर निगम ने अभी तक शहर के नालों की सफाई नहीं करायी है. बरसात का मौसम शुरू हो गया है, गंदगी से अटे नाले लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं. सफाई व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों में भी नगर निगम के खिलाफ काफी रोष है. वहीं, नगर निगम के अधिकारी ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई शुरू कर दी गई थी और जल्द से जल्द सभी नालों की सफाई हो जाएगी.

बरसात में नालों से खतरा.

बता दें कि काफी समय से शहर में सफाई न होने के कारण नाले अटे पड़े हैं. जिस कारण नालों से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. ऐसे में बरसात के समय इन नालों से पानी की निकासी नहीं हो पाएगी और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही नालों पर अतिक्रमण भी सफाई के आड़े आ रहा है.

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गौरतलब है कि हर साल लाखों का बजट नालों की सफाई के लिए दिया जाता है. लेकिन नालों की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती और बरसात के मौसम में शहर तालाब में तब्दील हो जाता है. इस साल भी 12 बड़े नालों की सफाई के लिए 67 लाख रुपये का बजट दिया गया था. लेकिन अभी तक कई नालों की सफाई नहीं हो पाई है.

वहीं, नगर निगम के सहायक अधिकारी चंद्रकांत ने कहा कि आचार संहिता खत्म होते ही नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया था. 12 बड़े नालों की सफाई की जिम्मेदारी 4 ठेकेदारों को दी गई है. साथ ही 58 छोटे नालों की सफाई निगम द्वारा शुरू कर दिया गया है.

Intro:विसुअल मेल से भेज दिए गए है


summary


बारिश का सीजन शुरू होने वाला है और एक बार फिर रुड़की शहर पानी के तालाब में तब्दील होता दिखाई देगा इसकी मुख्य वजह है शहर के बड़े नालों की सफाई न होना नगर निगम समय रहते नालों की सफाई नहीं करा पाया है वही बरसात का मौसम शुरू होने वाला है नाले गंदगी से अटे पड़े हैं बरसात के समय में नालों की सफाई ना होना आमजन के लिए मुसीबत का सबब बन सकती है स्थानीय लोगों में भी नगर निगम के खिलाफ नालों की सफाई न कराने को लेकर भारी रोष दिखाई दे रहा है वहीं नगर निगम के अधिकारी जल्द से जल्द सफाई कराने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं


Body:शहर में बड़े नालों की सफाई ना होने के कारण नाले बुरे तरीके से अटे पड़े हैं जिस कारण नालों से अभी के समय में पानी की निकासी नहीं हो पा रही है तो वही बरसात के मौसम में इन नालों से शहर का पानी की निकासी कैसे संभव होगी शहर के अधिकांश ना ले कूड़े करकट सटे हुए हैं इसके साथ ही नालों पर अतिक्रमण भी सफाई के आड़े आता है जिसके पल चलते प्रत्येक वर्ष लाखों का बजट नालों की सफाई के लिए निकाला जाता है लेकिन नालों की सफाई सही ढंग से नहीं हो पाती और बरसात के मौसम में शहर तालाब में तब्दील हो जाता है इस बार भी नगर निगम ने अभी तक शहर के कई नालों की सफाई तक नहीं करवाई है जो कि लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है बरसात के सीजन शुरू होने से पहले लाखों रुपए से नाले साफ किए जाते हैं लेकिन बरसात के समय सब नाले नगर निगम की पोल खोल देते हैं वहीं इस साल भी 12 बड़े नालों की सफाई के लिए ₹67 के टेंडर हुए थे लेकिन अभी तक कई नालों की सफाई नहीं हो पाई है जो लोगों की जान पर भारी पड़ सकते हैं वहीं पिछले साल हुई बारिश ने नगर निगम की थी इसके बावजूद समय रहते हुए नगर निगम विभाग कार्य को पूरा नहीं कर पा रहे हैं नगर निगम के अधिकारियों की सफाई करा दी जाएगी ताकि बारिश में लोगों को परेशानी का सामना ना करना पड़े


बाइट-चंद्रकांत -सहायक अधिकारी रुड़की


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