रुड़की: मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पिछले कई महीनों से ताबड़तोड़ आपराधिक घटनाएं हो रही हैं. जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सीओ दफ्तर का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ाने की मांग की. साथ ही ग्रामीणों ने इलाके में हो रही आपराधिक घटनाओं के जल्द खुलासों की मांग भी की.
रविवार को ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे अपराध को लेकर भारतीय किसान यूनियन का गुस्सा फूट पड़ा. ट्रैक्टर ट्रॉली में सैकड़ों किसान सीओ दफ्तर पहुंचे और धरने पर बैठ गए. इस दौरान किसान नेता संजय चौधरी ने कहा कि इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिसिंग नाम की कोई चीज नहीं है. चोर, बदमाश लगातार अपने मंसूबो में कामयाब हो रहे हैं, बदमाशों के डर से किसानों ने शाम को घर से निकलना भी बन्द कर दिया है.
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वहीं किसानों के प्रदर्शन की सूचना पर एसपी देहात नवनीत सिंह सीओ दफ्तर पहुंचे. किसानों के बीच पहुंच कर एसपी देहात ने सीओ दफ्तर में ही किसानों को वार्ता के लिए बुलाया. जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने एसपी देहात से ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ाने और घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की. किसानों ने सीपीयू की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि लगातार हो रही आपरधिक घटनाओं को देखते हुए पुलिस को मुस्तैद रहने की जरूरत है.
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इस दौरान एसपी देहात नवनीत सिंह ने 10 दिन के भीतर बढ़ी वारदातों पर अंकुश लगाने का आश्वासन दिया. एस पी देहात ने सीओ मंगलौर और कोतवाल को ग्रामीण इलाकों में गश्त बढ़ाने के आदेश भी दिये.
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बता दें कि पिछले कुछ दिनों पहले कच्छा-बनियान गिरोह ने यहां लूट की वारदात को अंजाम दिया था. यही नहीं ग्रामीणों से लूटपाट और मार-पिटाई के मामले भी सामने आते रहे हैं. जिसके बाद ही ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल है.