रुड़की: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आज उत्तराखंड पहुंचे. उत्तराखंड के रुड़की नारसन बॉर्डर पर कार्यकर्ताओं ने पूरे जोश और फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत किया. इस दौरान बड़ी तादाद में एआईएमआईएम के कार्यकर्ताओं ने नारसन बॉर्डर पर असदुद्दीन ओवैसी का स्वागत किया. ओवैसी ने भी सभी समर्थकों का अभिवादन स्वीकार करते हुए आभार व्यक्त किया और मुबारकबाद भी दी.
बॉर्डर पर स्वागत कार्यक्रम के बाद ओवैसी का काफिला प्रसिद्ध पिरान कलियर के लिए रवाना हुआ. जहां, ओवैसी ने दरगाह साबिर पाक में चादर पोशी कर खिराज-ए-अकीदत पेश की. इसके अलावा मुल्क की अमनो सलामती और पार्टी की जीत की दुआ की गई. इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नय्यर काजमी समेत बड़ी तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे. वहीं दरगाह में चादर पोशी के बाद ओवैसी वापस रवाना हो गए.
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पार्टी झंडों के साथ रहा काफिलाः बाइकों और कारों पर पार्टी का झंडा लगाए नारसन बॉर्डर से शुरू हुआ ओवैसी का काफिला पिरान कलियर पहुंचा. इस दौरान युवाओं में भारी जोश देखने को मिला. वहीं, कार्यकर्ता नारेबाजी के साथ काफिले में शामिल रहे.
ओवैसी को धक्का लगा, चश्मा टूटा: असदुद्दीन ओवैसी जब पिरान कलियर पहुंचे तो उनको देखने और मिलने को लोग उत्साहित थे. ये उत्साह पहले अफरा-तफरी में बदला, फिर भगदड़ में तब्दील हो गया. इस भगदड़ में ओवैसी को धक्का लगा. उनका चश्मा टूट गया. चश्मा टूटा तो आंख के ऊपर चोट लग गई. आंख के ऊपर से खून बहने लगा. इससे ओवैसी भड़क गए. वो उनका हाथ पकड़ने का प्रयास कर रहे शख्स पर चिल्लाए.
मुल्क में अमन-चैन की मांगी दुआ: पिरान कलियर पहुंचने पर असदुद्दीन ओवैसी सबसे पहले मस्जिद में पहुंचे. उन्होंने मस्जिद में 15 मिनट रुककर नमाज पढ़ी. इसके बाद वो दरगाह पर गए. दरगाह पर असदुद्दीन ओवैसी ने चादरपोशी की. इस दौरान उन्होंने मुल्क में अमन-ओ-चैन की दुआ भी मांगी. हालांकि ओवैसी पिरान कलियर में की गई व्यवस्थाओं से बेहद नाराज हुए. अपने तय समय से भी कम समय में वो मंगलौर को निकल गए.