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बढ़ता जा रहा वायरल का खौफ, गांव में एक महीने के अंदर 18 की मौत

जिले के भगवानपुर गांव में वायरल बुखार से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर केवल ग्रामीणों के साथ यहां खानापूर्ति हो रही है.

वायरल बुखार से हुईं 18 मौत.
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Published : Sep 26, 2019, 8:05 AM IST

रुड़की: जहां एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है, वहीं हरिद्वार जिले की तहसील भगवानपुर के चार हजार आबादी वाले छापुर शेर अफगानपुर गांव में वायरल बुखार के प्रकोप से 17 से 18 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. जिसके चलते तहसील के आलाधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

भगवानपुर गांव के स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले एक महीने में वायरल बुखार ने17 से 18 लोगों की जान ले ली. इस दौरान सरकार की ओर से गांव में कोई भी सुध लेने नहीं पहुंचा.
वहीं कुछ दिन पहले भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कैंप लगवाकर ग्रामीणों की जांच कराई थी. गांव की आबादी 4 हजार से अधिक है और जांच सिर्फ 306 लोगों की ही हुई.

वायरल बुखार से हुईं 18 मौत.

यह भी पढ़ें: सड़कों पर खुलेआम दौड़ रही हाइड्रोलिक ट्रैक्टर-ट्रॉली, परिवहन विभाग सो रहा चैन की नींद

जिसमें 11 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी, लेकिन इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन को नहीं दी और न ही दोबारा गांव की ओर मुड़कर देखा. बता दें कि ग्रमीणों ने वायलस से हो रही लगातार मौत की सूचना एसडीएम को दी. वहीं लोगों का कहना है कि एसडीएम द्वारा इस बात से इंकार किया जा रहा है.

रुड़की: जहां एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है, वहीं हरिद्वार जिले की तहसील भगवानपुर के चार हजार आबादी वाले छापुर शेर अफगानपुर गांव में वायरल बुखार के प्रकोप से 17 से 18 लोगों की मौत हो चुकी है. इससे पूरे गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है. जिसके चलते तहसील के आलाधिकारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

भगवानपुर गांव के स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले एक महीने में वायरल बुखार ने17 से 18 लोगों की जान ले ली. इस दौरान सरकार की ओर से गांव में कोई भी सुध लेने नहीं पहुंचा.
वहीं कुछ दिन पहले भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कैंप लगवाकर ग्रामीणों की जांच कराई थी. गांव की आबादी 4 हजार से अधिक है और जांच सिर्फ 306 लोगों की ही हुई.

वायरल बुखार से हुईं 18 मौत.

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जिसमें 11 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी, लेकिन इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन को नहीं दी और न ही दोबारा गांव की ओर मुड़कर देखा. बता दें कि ग्रमीणों ने वायलस से हो रही लगातार मौत की सूचना एसडीएम को दी. वहीं लोगों का कहना है कि एसडीएम द्वारा इस बात से इंकार किया जा रहा है.

Intro:रूड़की

रूड़की: जहां एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार स्वच्छता अभियान को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है वही देवी देवताओं का जन्म स्थान कहे जाने वाले हरिद्वार जिले की तहसील भगवानपुर के चार हजार आबादी वाले छापुर शेर अफगानपुर गांव में वायरल बुखार का प्रकोप इतना ज्यादा है कि गाव की गली मौहल्ले से मानो हर तरफ चीख पुकार से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है जिसपर आलाअधिकारियों का A C रूम में बैठना सवालों के घेरे में है।

Body:वही जब हमने गाँव मे जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि पिछले एक माह में लगभग 17 से 18 लोगों की मौत वायरल बुखार से हो चुकी है लेकिन कोई भी सरकारी व्यक्ति गांव में सुध लेने नहीं पहुंचा, वहीं कुछ दिन पूर्व भगवानपुर विधायक ममता राकेश ने कैंप लगवाकर कुछ ग्रामीणों की जांच कराई थी जो कि ऊंट के मुंह में जीरा साबित नजर आया क्युकी गांव की आबादी 4000 से अधिक है और जांच सिर्फ 306 लोगो की हुई थी जिसमें 11 लोगो में डेंगू की पुष्टि हुई थी लेकिन इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग ने प्रशासन को नहीं दी और न ही दोबारा गांव की ओर मुड़कर देखा, अब इससे ये साबित होता है कि स्वास्थ्य विभाग लोगो के स्वास्थ्य के प्रति कितना प्रगतिशील है और किस प्रकार लोगों के स्वास्थ्य की सेवा स्वास्थ्य विभाग कर रहा है, आज जब एक और मौत वायरल बुखार के कारण हुई तो मीडिया कर्मियों ने गांव में पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर लोगो की बिगड़ती हालात की जानकारी देकर एम्बुलेंस मंगाई और कई लोगों को एम्बुलेंस के माध्यम से बीमार लोगो को हॉस्पिटल पहुंचाया, जब ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में एक माह में लगभग 17- 18 लोग मर चुके है तो मीडिया कर्मियों के भी पैरों तले की जमीन सरक गई।

Conclusion:बता दें कि उन्होंने एसडीएम महोदय को इस बात की जानकारी दी तो उन्होंने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया कि इतने लोग मर भी सकते वो बिल्कुल मानने को तेयार ही नहीं हुए और उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ जवाब दे दिया, अब देखने वाली बात होगी कि क्या स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन इस गांव की कोई सुध लेता या फिर मौत का सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा।

बाइट - हाजी रिजवान (सदस्य जिला पंचायत हरिद्वार)
बाइट - ग्रामीण 1, 2
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