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ऋषिकेश: टेंपो और ई रिक्शा चालकों की हड़ताल से घबराया प्रशासन, किसी तरह मनाया - e rickshaw strike in rishikesh

ऋषिकेश के विक्रम टेंपो चालक आज अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे. दरअसल इन दिनों कांवड़ यात्रा चल रही है. इस कारण पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से ऋषिकेश में ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा पुल तक सभी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया है. विक्रम टैंपो चालकों का कहना है कि इससे उनका व्यवसाय चौपट हो गया है. टेंपो चालकों की हड़ताल से घबराए प्रशासन ने उनके साथ वार्ता की, जिससे बात टेंपो चालकों ने हड़ताल स्थगित की.

Rishikesh News
ऋषिकेश समाचार
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Published : Jul 22, 2022, 2:05 PM IST

Updated : Jul 22, 2022, 4:31 PM IST

ऋषिकेश: चंद्रभागा पुल से ब्रह्मानंद मोड़ तक जीरो जोन घोषित किए जाने से शहर के टेंपो और ई रिक्शा चालक नाराज हो गए. उन्होंने टिहरी पुलिस प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए अपने अपने वाहन सड़क से हटा लिए. अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी. इससे घबराए प्रशासन ने आनन-फानन में उनसे वार्ता की.

रूट प्रतिबंधित किए जाने से चालक नाराज: पंचक खत्म होने के बाद कांवड़ियों की संख्या एकाएक लाखों में पहुंच गई है. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने ऋषिकेश में ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा पुल तक सभी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस वजह से टेंपो और ई रिक्शा चालक नाराज हो गए. चालकों ने आरोप लगाया कि कांवड़ यात्रा के दौरान उनके व्यवसाय को ठप करने का प्रयास प्रशासन कर रहा है. जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.

रिक्शा चालकों की हड़ताल से घबराया प्रशासन

प्रशासन पर लगाया वादे से मुकरने का आरोप: कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले कई बैठकों में जो निर्णय लिए गए, प्रशासन उनका खुद उल्लंघन कर रहा है. टेंपो चालकों की हड़ताल होने से सड़कों पर सबसे ज्यादा परेशानी लोकल सवारियों को उठानी पड़ रही है. अस्पताल जाने वाले मरीजों को भी भटकते हुए देखा जा रहा है. कांवड़ियों को भी अपने अपने गंतव्य पर जाने के लिए भटकते हुए देखा गया है.
ये भी पढ़ें: शहरी विकास मंत्री के शहर में गंदगी से परेशान जनता, पार्षदों ने ACS से लगाई गुहार

वहीं नरेंद्र नगर के सीओ आरके चमोली ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से समय-समय पर बदलाव किए जाने के निर्णय बैठकों में लिए गए थे. जिन पर अब अमल करने का समय आया है. कांवड़ियों की भीड़ बहुत अधिक है. इसलिए सहयोग मांगते हुए ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा तक जीरो जोन बना दिया गया है. इसमें नाराज होने वाली बात नहीं होनी चाहिए. चालकों को कांवड़ यात्रा में अपना सहयोग देना चाहिए.

वाहन नहीं मिले तो भड़के कांवड़िए: टेंपो चालकों ने शहर में हड़ताल की तो कांवड़ियों को वाहन नहीं मिलने से वह भड़क गए. कांवड़ियों ने हरिद्वार रोड स्थित कोयल घाटी के पास अचानक सड़कों पर बैठ धरना देना शुरू कर दिया. यह सूचना जैसे ही पुलिस प्रशासन के पास पहुंची पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और पहले समझा-बुझाकर और फिर बलपूर्वक कांवड़ियों को सड़क से हटाया.

कांवड़ियों को बसों से भेजा: कांवड़ियों को शांत कर बसों से हरिद्वार की ओर रवाना किया. इस दौरान टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों की टिहरी पुलिस के साथ वार्ता भी हुई. सकारात्मक वार्ता होने के बाद फिलहाल टेंपो चालकों ने हड़ताल स्थगित कर दी है. बताया जा रहा है कि शाम को विस्तृत रूप से चर्चा के लिए पुलिस और टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों के बीच एक अहम बैठक भी रखी गई है.

ऋषिकेश: चंद्रभागा पुल से ब्रह्मानंद मोड़ तक जीरो जोन घोषित किए जाने से शहर के टेंपो और ई रिक्शा चालक नाराज हो गए. उन्होंने टिहरी पुलिस प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए अपने अपने वाहन सड़क से हटा लिए. अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी. इससे घबराए प्रशासन ने आनन-फानन में उनसे वार्ता की.

रूट प्रतिबंधित किए जाने से चालक नाराज: पंचक खत्म होने के बाद कांवड़ियों की संख्या एकाएक लाखों में पहुंच गई है. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने ऋषिकेश में ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा पुल तक सभी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस वजह से टेंपो और ई रिक्शा चालक नाराज हो गए. चालकों ने आरोप लगाया कि कांवड़ यात्रा के दौरान उनके व्यवसाय को ठप करने का प्रयास प्रशासन कर रहा है. जिसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.

रिक्शा चालकों की हड़ताल से घबराया प्रशासन

प्रशासन पर लगाया वादे से मुकरने का आरोप: कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले कई बैठकों में जो निर्णय लिए गए, प्रशासन उनका खुद उल्लंघन कर रहा है. टेंपो चालकों की हड़ताल होने से सड़कों पर सबसे ज्यादा परेशानी लोकल सवारियों को उठानी पड़ रही है. अस्पताल जाने वाले मरीजों को भी भटकते हुए देखा जा रहा है. कांवड़ियों को भी अपने अपने गंतव्य पर जाने के लिए भटकते हुए देखा गया है.
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वहीं नरेंद्र नगर के सीओ आरके चमोली ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से समय-समय पर बदलाव किए जाने के निर्णय बैठकों में लिए गए थे. जिन पर अब अमल करने का समय आया है. कांवड़ियों की भीड़ बहुत अधिक है. इसलिए सहयोग मांगते हुए ब्रह्मानंद मोड़ से चंद्रभागा तक जीरो जोन बना दिया गया है. इसमें नाराज होने वाली बात नहीं होनी चाहिए. चालकों को कांवड़ यात्रा में अपना सहयोग देना चाहिए.

वाहन नहीं मिले तो भड़के कांवड़िए: टेंपो चालकों ने शहर में हड़ताल की तो कांवड़ियों को वाहन नहीं मिलने से वह भड़क गए. कांवड़ियों ने हरिद्वार रोड स्थित कोयल घाटी के पास अचानक सड़कों पर बैठ धरना देना शुरू कर दिया. यह सूचना जैसे ही पुलिस प्रशासन के पास पहुंची पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और पहले समझा-बुझाकर और फिर बलपूर्वक कांवड़ियों को सड़क से हटाया.

कांवड़ियों को बसों से भेजा: कांवड़ियों को शांत कर बसों से हरिद्वार की ओर रवाना किया. इस दौरान टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों की टिहरी पुलिस के साथ वार्ता भी हुई. सकारात्मक वार्ता होने के बाद फिलहाल टेंपो चालकों ने हड़ताल स्थगित कर दी है. बताया जा रहा है कि शाम को विस्तृत रूप से चर्चा के लिए पुलिस और टेंपो यूनियन के पदाधिकारियों के बीच एक अहम बैठक भी रखी गई है.

Last Updated : Jul 22, 2022, 4:31 PM IST
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