ऋषिकेश: देश के अलग-अलग हिस्सों में काम करने वाले कुछ युवा 'जनता कर्फ्यू' के दिन ऋषिकेश पहुंचे. जहां कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए इन सभी युवाओं को एम्स में स्क्रीनिंग के लिए ले जाया गया. जहां स्क्रीनिंग के बाद इन युवाओं को घर जाने की इजाजत दे दी गई. ये सभी युवा कोरोना के कारण बीते कुछ समय से अपने-अपने होटलों में बंद थे.
उत्तराखंड के टिहरी , घनसाली, पौड़ी , श्रीनगर जैसे कई पहाड़ी क्षेत्रों के युवा अपनी आजीविका के लिए बाहरी राज्यों पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली, चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं. देश में कोरोना वायरस के जारी की गई एडवाइडरी और खतरे को देखते हुए जगह-जगह पर होटल, मॉल, दुकानें बंद कर दी गई हैं. जिसके कारण ये युवा वापस अपने घरों की तरफ लौट रहे हैं. रविवार को ऋषिकेश पहुंचे ऐसे ही कुछ युवाओं की एम्स में स्क्रीनिंग करवाई गई. जिसके बाद इन युवाओं को आगे जाने की इजाजत दी गई.
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ये सभी युवा ऋषिकेश बस स्टैंड में गाड़ियों का इंतजार कर रहे थे. 'जनता कर्फ्यू' होने के कारण इन्हें पहाड़ी इलाकों में जाने के लिए कोई सेवा नहीं मिली. जिसके कारण इन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस दौरान पुलिस ने यहां पहुंचे युवाओं से पूछताछ की. जिसमें पाया गया कि राज्य की सीमा में प्रवेश करने वाले युवकों की किसी भी तरह की स्क्रीनिंग नहीं हुई. जिसके बाद इन्हें एम्स ले जाया गया.
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जहां परीक्षण करवा कर इनके लिए परिवहन विभाग ने दो वाहनों की व्यवस्था की गई, तब जाकर ये लोग अपने गंतव्य की ओर लौटे.