ऋषिकेश: राजकीय चिकित्सालय में एक डेंगू पीड़ित के साथ लापरवाही का मामला सामने आया है. पीड़ित डेंगू का इलाज कराने के लिए राजकीय अस्पताल में भर्ती हुआ था, जहां जांच के बाद मरीज की प्लेटलेट 10 हजार निकली. इसके बाद डेंगू मरीज ने बाहर के एक निजी पैथोलॉजी में दोबारा जांच करवाई, जहां की रिपोर्ट में 64 हजार प्लेटलेट निकली. पीड़ित के परिजन इसे निजी अस्पताल में रेफर का खेल बता रहे हैं.
राजकीय चिकित्सालय की ओर से जांच रिपोर्ट में हुई इस लापरवाही पर तीमारदारों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. इस दौरान नगर पालिका मुनि की रेती अध्यक्ष रोशन रतूड़ी भी मौके पर मौजूद रहे. साथ ही सीएमएस एन.एस. तोमर से लापरवाही के मामले में पूछताछ की.
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जांच रिपोर्ट में अंतर आते ही तीमारदार सहित पालिकाध्यक्ष अस्पताल प्रशासन के खिलाफ भड़क उठे. इसके बाद चिकित्सकों और तीमारदारों के बीच बहस हुई. अंत में चिकित्सक ने मरीज को जॉलीग्रांट अस्पताल रेफर का लेटर दिया गया. मुनि की रेती पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने राजकीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि सीएमएस ने प्लेटलेट रिपोर्ट में अंतर आने का कारण मशीन में खराबी बताया है. पालिकाध्यक्ष ने राजकीय अस्पताल के लापरवाही की शिकायत मंत्री सुबोध उनियाल से की है.