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GROUND REPORT: गंगाजल को 'विष' बना रहा सीवर का पानी, हालात गंभीर

तीर्थनगरी के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है, जो अमृत जैसे गंगाजल में विष घोलने का काम कर रहा है. ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में देखिए ऋषिकेश से गंगा की हकीकत.

ऋषिकेश में गंगा में मिल रहा है सीवर का पानी
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Published : Mar 4, 2019, 7:29 PM IST

ऋषिकेश: गंगा की स्वच्छता को लेकर सरकार अब तक करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी हैं, बावजूद इसके गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है. तीर्थनगरी के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है, जो अमृत जैसे गंगाजल में विष घोलने का काम कर रहा है. ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में देखिए ऋषिकेश से गंगा की हकीकत.

पढ़ें- बाबा केदारनाथ धाम में बर्फबारी का ऐसा वीडियो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा

जहां एक ओर सरकार गंगा की स्वच्छता के दावे करती नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. ऋषिकेश के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है, जिसके चलते गंगा का पानी दूषित हो रहा है. ईटीवी भारत संवाददाता इसकी पड़ताल के लिये सीधे उस स्थान पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया जिसके बाद हालत बेहद गंभीर नजर आए.

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GROUND REPORT: ऋषिकेश में गंगा में मिल रहा है सीवर का पानी

इसी दौरान हमने पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान से बातचीत की. उनका कहना है कि ऋषिकेश का पूरा सीवर लकड़ घाट स्थित सीवर ऑक्सिडाइज्ड प्लांट में आता है, जिसके बाद उस प्लांट के जरिए यह पानी आगे छोड़ दिया जाता है. यह सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है.

विनोद जुगलान का कहना था कि गंगा में मिल रहे सीवर के पानी की शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई है लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. उनका कहना है कि अब गंगा में गिर रहे सीवर के पानी को देखकर लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंगा प्रेम को देख कर लोगों में उम्मीद जगी थी अब गंगा जल्द ही स्वच्छ और निर्मल हो जाएगी लेकिन आज भी गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है, आज भी ऋषिकेश में कई ऐसे गंदे नाले हैं जो सीधे गंगा में मिल रहे हैं.

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ऋषिकेश: गंगा की स्वच्छता को लेकर सरकार अब तक करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी हैं, बावजूद इसके गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है. तीर्थनगरी के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है, जो अमृत जैसे गंगाजल में विष घोलने का काम कर रहा है. ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट में देखिए ऋषिकेश से गंगा की हकीकत.

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जहां एक ओर सरकार गंगा की स्वच्छता के दावे करती नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. ऋषिकेश के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है, जिसके चलते गंगा का पानी दूषित हो रहा है. ईटीवी भारत संवाददाता इसकी पड़ताल के लिये सीधे उस स्थान पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया जिसके बाद हालत बेहद गंभीर नजर आए.

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GROUND REPORT: ऋषिकेश में गंगा में मिल रहा है सीवर का पानी

इसी दौरान हमने पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान से बातचीत की. उनका कहना है कि ऋषिकेश का पूरा सीवर लकड़ घाट स्थित सीवर ऑक्सिडाइज्ड प्लांट में आता है, जिसके बाद उस प्लांट के जरिए यह पानी आगे छोड़ दिया जाता है. यह सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है.

विनोद जुगलान का कहना था कि गंगा में मिल रहे सीवर के पानी की शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई है लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. उनका कहना है कि अब गंगा में गिर रहे सीवर के पानी को देखकर लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंगा प्रेम को देख कर लोगों में उम्मीद जगी थी अब गंगा जल्द ही स्वच्छ और निर्मल हो जाएगी लेकिन आज भी गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है, आज भी ऋषिकेश में कई ऐसे गंदे नाले हैं जो सीधे गंगा में मिल रहे हैं.

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Intro:ऋषिकेश-- गंगा की स्वच्छता को लेकर लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए गए लेकिन अभी तक गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है खदरी खड़क माह में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है ईटीवी भारत की ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट देखिए क्या है नमामि गंगे परियोजना की जमीनी हकीकत?


Body:वी/ओ-- ऋषिकेश के खदरी खड़क माफ में सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा में मिल रहा है पर्यावरण प्रेमी विनोद जुगलान ने बताया कि सरकार ने गंगा के नाम पर नमामि गंगे परियोजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है उनका कहना था कि ऋषिकेश का पूरा सीवर लकड़ घाट स्थित सीवर ऑक्सिडाइज प्लांट में आता है जिसके बाद उस प्लांट के द्वारा यह पानी आगे छोड़ दिया जाता है यह सीवर का गंदा पानी गंगा में सीधे मिल रहा है उनका कहना था कि गंगा में मिल रहे सीवर के पानी की शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया अब गंगा में गिर रहे सीवर के पानी को देखकर आस्थावान लोगो की आस्था पर ठेस पहुंच रही है इसको देख कर लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं।


Conclusion:वी/ओ-- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंगा प्रेम को देख कर लोगों में उम्मीद जगी थी अब गंगा जल्द ही स्वच्छ और निर्मल हो जाएगी लेकिन आज भी गंगा का हाल जस का तस बना हुआ है आज भी ऋषिकेश में कई ऐसे गंदे नाले हैं जो सीधे गंगा में मिल रहे हैं ।
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