ऋषिकेश: तीर्थनगरी में एनएच के अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने में अब तक नाकाम रहे हैं. उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद भी अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है. जिसे देखते हुए याचिकाकर्ता ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े किये हैं. उन्होंने कहा कि एनएच के अधिकारी व्यापारियों के दबाव में काम कर रहे हैं.
ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर अतिक्रमण से वाहनों की आवाजाही में दिक्कतें आ रही हैं. अतिक्रमण की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर घंटों जाम लगा रहता है. जिसे देखते हुए अनिल कुमार गुप्ता ने नैनीताल हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर अतिक्रमण हटाने की अपील की थी. जिस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण हटाने के आदेश जारी किए थे. हाईकोर्ट ने अधिकारियों को इस मामले में 4 सप्ताह का समय दिया था. बावजूद इसके अभी तक राष्ट्रीय राजमार्ग से अतिक्रमण नहीं हटाया गया है.
पढ़ें-CM ने सुनी जनता की गुहार, सुसुआ नदी पर पुल निर्माण की घोषणा
याचिकाकर्ता ने इसे हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना करार देते हुए एनएच के अधिकारियों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि एनएच के अधिकारी व्यापारियों के दबाव में काम कर रहे हैं. वहीं इस मामले में राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए विभाग लगातार प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में अतिक्रमणकारियों के साथ बैठक भी की गई है, जल्द ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी.