रामनगर: ढेला गांव में बाघ के आतंक से ग्रामीण खैफजदा थे. जिसके चलते वन विभाग ने गांव में जगह-जगह कई पिंजरे लगाए थे, जिसमें बाघ कैद हो गया है. बाघ के पिंजरे में कैद होने को बाद लोगों ने राहत की सांस ली. वहीं वन विभाग ने पकड़े गये बाघ को रात में ही दूर जंगल में छोड़ दिया.
रामनगर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे ढेला गांव में पिछले कई दिनों से बाघ ने आतंक मचाया हुआ था. इस बाघ ने ढेला गांव में दो मवेशियों को भी अपना निवाला बनाया था. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अधिकारियों से की. कॉर्बेट प्रशासन ने ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए बाघ को पकड़ने के लिए गांव पिंजरा लगाया था. जिसमें देर रात बाघ कैद हो गया.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व बाघों का गढ़ मना जाता है. कॉर्बेट की सीमा से लगे गांवों में बाघों का आवागमन आम बात है. जिसके चलते आए दिन मवेशी बाघ और गुलदार के शिकार बनते रहते हैं. इस तरह की घटनाएं मानव वन्यजीव संघर्ष को जन्म देती है. फिलहाल जिस बाघ ने गांव में आतंक मचाया हुआ था. उसे वन विभाग ने कैद कर जंगल में छोड़ दिया है.