रामनगरः बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं के खिलाफ राज्य आंदोलनकारियों और देव भूमि विकास मंच ने संयुक्त चिकित्सालय परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को नियमित रूप से संचालित करने, फार्मासिस्ट और कर्मचारियों की बहाली व उन्हें नियमित करने समेत कई मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार को ज्ञापन भी भेजा.
राज्य आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी ने कहा कि प्रदेश और नैनीताल जिले में स्वास्थ्य सुविधा बदहाल स्थिति में है. आज उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने और सुशीला तिवारी अस्पताल को एम्स की तर्ज पर विकसित करने की मांग को लेकर धरना दिया है. साथ ही अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मणि भूषण पंत के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और जिला अधिकारी को भेजा है.
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वहीं, प्रभात ध्यानी ने बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि कुमाऊं मंडल में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं. कुमाऊं मंडल की रीढ़ कहे जाने वाले सुशीला तिवारी अस्पताल की भी हालत खस्ता है. स्वास्थ्य सेवाएं हर गरीब और अमीर आदमी का मौलिक अधिकार हैं, लेकिन केंद्र और प्रदेश सरकार ने आम जनता का यह हक छीन लिया है.
उन्होंने बताया कि बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने, रामनगर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में सृजित रिक्त पदों के अनुसार डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, अस्पताल में बलगम से लेकर सभी तरह की जांच उपलब्ध कराने की मांग की है.