रामनगर: केंद्र सरकार ने कमजोर वर्ग के परिवारों खासकर महिलाओं को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी. इस योजना में सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को घरेलू गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाती है. लेकिन रामनगर के अंतर्गत आने वाले कई गांवों के कई पिछड़े परिवारों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ये परिवार आज भी केंद्र सरकार की इस योजना के लाभ से वंचित हैं. स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट का भी मानना है कि कुछ खामियों के चलते पिछड़े गरीब परिवारों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों के उद्देश्य से 1मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी. लेकिन रामनगर में गरीब और पिछड़े परिवारों को इस योजना का लाभ पाने के लिए ऑफिसों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. बावजूद इसके भी उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लोगों का कहना है कि सरकारी मशीनरी भी उन्हें योजना के विषय में सही जानकारी देने को तैयार नहीं है. जिससे गांव के लोग आज भी खाना बनाने के लिए जंगल की लकड़ी पर निर्भर हैं. इस योजना से वंचित लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार की ये योजना पूरी तरह से फ्लॉप है.
हालांकि ऐसा नहीं है कि सरकार की इस योजना का लाभ किसी को नहीं मिला है. परन्तु बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जिन्हें इसका फायदा मिला है. वहीं इस मामले में स्थानीय भाजपा विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि सरकार ने इस योजना का खूब प्रचार-प्रसार किया गया था. जिससे गरीब परिवारों को योजना की जानकारी दी जा सके . इस योजना को लेकर जगह-जगह कैम्प लगाये गये थे. उनका मानना है कि इस योजना लाभ उठाने के लिए कई कागजी कमियां सामने आयी हैं. जिन्हें आचार संहिता समाप्त होने के बाद ठीक करने का प्रयास किया जाएगा. जिसके बाद उज्ज्वला योजना से वंचित परिवारों को भी इसका लाभ मिल पाएगा.