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चीन सीमा से जुड़ा भारतीय सेना का संपर्क, 10 दिन में तैयार हुआ बैली ब्रिज

ग्रिफ की टीम ने 10 दिनों के भीतर ही तवाघाट में बैली ब्रिज तैयार कर लिया है. इस ब्रिज के तैयार हो जाने से एक बार फिर से भारतीय सेना का संपर्क चीन सीमा से जुड़ जाएगा.

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चीन सीमा से जुड़ा भारतीय सेना का संपर्क
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Published : Jan 31, 2020, 9:07 PM IST

Updated : Feb 1, 2020, 9:20 AM IST

पिथौरागढ़: सीमा सड़क संगठन ने धारचूला के तवाघाट में नया 10 दिन के भीतर ही बैली ब्रिज तैयार कर लिया है. ब्रिज तैयार होने से सीमांत की जनता ने राहत की सांस ली है. शनिवार से इस पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही भी शुरू कर दी जाएगी.

बता दें कि 19 जनवरी को चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट पुल क्षमता से तीन गुना अधिक भार वाहन चलाने से टूट गया था. दरअसल, इस दिन गर्ग एंड गर्ग कंपनी की पोकलैंड मशीन ट्राले से ले जाया जा रहा था. ट्राला पुल पर डालते ही पुल इसका भार वहन नहीं कर सका और टूट गया. पुल टूटने से क्षेत्र की हजारों की जनता सहित चीन सीमा का सम्पर्क भी कट गया.

चीन सीमा से जुड़ा भारतीय सेना का संपर्क

पढ़ें-थराली: गड्ढों में तब्दील हुई सड़क, राहगीरों का चलना हुआ दूभर

जिसके बाद मामले में प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जनता की परेशानियों और सीमा से जुड़े होने के कारण बीआरओ ने यहां पैदल पुल का निर्माण किया. जिस पर अबतक आवाजाही हो रही थी. इसके बाद ग्रिफ ने पुल निर्माण में मुस्तैदी दिखाते हिए 10 दिन के भीतर ही बैली ब्रिज तैयार कर दिया है.

पिथौरागढ़: सीमा सड़क संगठन ने धारचूला के तवाघाट में नया 10 दिन के भीतर ही बैली ब्रिज तैयार कर लिया है. ब्रिज तैयार होने से सीमांत की जनता ने राहत की सांस ली है. शनिवार से इस पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही भी शुरू कर दी जाएगी.

बता दें कि 19 जनवरी को चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट पुल क्षमता से तीन गुना अधिक भार वाहन चलाने से टूट गया था. दरअसल, इस दिन गर्ग एंड गर्ग कंपनी की पोकलैंड मशीन ट्राले से ले जाया जा रहा था. ट्राला पुल पर डालते ही पुल इसका भार वहन नहीं कर सका और टूट गया. पुल टूटने से क्षेत्र की हजारों की जनता सहित चीन सीमा का सम्पर्क भी कट गया.

चीन सीमा से जुड़ा भारतीय सेना का संपर्क

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जिसके बाद मामले में प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जनता की परेशानियों और सीमा से जुड़े होने के कारण बीआरओ ने यहां पैदल पुल का निर्माण किया. जिस पर अबतक आवाजाही हो रही थी. इसके बाद ग्रिफ ने पुल निर्माण में मुस्तैदी दिखाते हिए 10 दिन के भीतर ही बैली ब्रिज तैयार कर दिया है.

Intro:Note ;- सर इसमें विसुअल उपलब्ध नही है सिर्फ बाइट है। कल तक हो पाएंगे।

पिथौरागढ़: सीमा सड़क संगठन ने धारचूला के तवाघाट में नया बैली ब्रिज तैयार कर लिया है। मात्र दस दिनों के भीतर ब्रिज तैयार होने से सीमांत की जनता ने राहत की सांस ली है। पुल में कल (शनिवार) से बड़े वाहनों के लिए भी नियमित यातायात शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि 19 जनवरी को चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाला तवाघाट पुल क्षमता से अधिक भार होने के कारण ध्वस्त हो गया था। जिस कारण सीमांत के दर्जनों गांवों के साथ ही बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बलों का सम्पर्क कट गया था। ग्रिफ ने पुल के निर्माण में जो मुस्तेदी दिखाई है उसकी जमकर तारीफ हो रही है।


Body:तवाघाट में बैली ब्रिज तैयार होने से धारचूला के सीमांत क्षेत्रों में कटा सम्पर्क फिर से जुड़ गया है। आज से पुल में छोटे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गयी है। जिसके बाद सीमांत क्षेत्र की जनता ने राहत की सांस ली है। कल (शनिवार) से पुल को बड़े वाहनों के लिए भी ख़ोल दिया जाएगा। बता दें 19 जनवरी को सड़क निर्माण कर रही गर्ग एंड गर्ग कंपनी की नई पोकलेंड मशीन को चंडीगढ़ से पांगला ले जा रहा ट्राला धारचूला से 18 किमी दूर तवाघाट के बैली ब्रिज से गुजर रहा था। इस दौरान क्षमता से अधिक भर होने के कारण पुल भरभराकर गिर गया था। हादसे में ट्राला चालक नवीन सिंह और ऑपरेटर सुरेंद्र कुमार घायल हो गए थे। इस मामले में प्रशासन ने कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीमा सड़क संगठन ने दूसरे दिन से ही नए बैली ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया था। ग्रिफ ने दस दिन के भीतर नया पुल बनाकर तैयार हो गया। पुल के बनते ही दोनों ओर फंसे वाहनों ने आवजाही फिर से शुरू कर दी है। ग्रिफ ने जिस मुस्तेदी से काम किया है उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।

Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी, पिथौरागढ़Conclusion:
Last Updated : Feb 1, 2020, 9:20 AM IST
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