नैनीताल : सरोवर नगरी में इन दिनों आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. आवारा कुत्तों की लगातार बढ़ती संख्या से पर्यटकों, स्कूली बच्चों और लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां बीते एक साल में 1227 लोगों पर आवारा कुत्तों ने हमला किया है. जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में स्थिति कितनी गंभीर है.
इन दिनों नैनीताल में आवारा घूम रहे कुत्ते किसी चलते फिरते खतरे से कम नहीं हैं. जिससे हर कोई परेशान है. आवारा घूम रहे ये कुत्ते हर रोज किसी न किसी को काट लेते हैं, जिससे स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटक भी डरे हुए हैं. आइये एक नजर डालते हैं साल 2011 से लेकर अब तक आवारा कुत्तों के हमले में कितने लोग घायल हुए.
नैनीताल में आवारा कुत्तों का आतंक
साल | घायल |
2011- 12 | 834 |
2012-13 | 961 |
2013-14 | 938 |
2014-15 | 1193 |
2015 -16 | 839 |
2016 -17 | 990 |
2017-18 | 1222 |
2018-19 | 1480 |
2019 -20 | 1227 |
इन 10 सालों में आवरा कुत्तों ने 9,684 लोगों को अपना शिकार बनाया है. इसमें स्थानीय लोगों से लेकर यहां पहुंचने वाले पर्यटक शामिल हैं. बता दें कि बीते 2 साल पहले नैनीताल में आवारा कुत्तों के झुंड ने यहां घूमने आई एक बच्ची पर हमला कर दिया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना के बाद भी नगर पालिका और जिला प्रशासन ने इस गंभीर समस्या पर विचार नहीं किया. जिसके कारण यहां लगातार आवारा कुत्तों का आंतक बढ़ता जा रहा है.
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नैनीताल में बढ़ रहे कुत्तों के आतंक को देखते हुए नैनीताल डीएम सविन बंसल ने कहा कि प्रशासन इस मामले पर काम कर रहा है. उन्होंने बताया जल्द ही शहर में बंध्याकरण अभियान चलाया जाएगा. जिससे कुत्तों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण पाया जा सके.