नैनीताल: सरोवर नगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने और जाम के झाम से बचने के लिए सरकार रोप-वे बनाने जा रही है. नैनीताल से हल्द्वानी के बीचे बनाये जाने वाले इस रोप-वे की लंबाई 12 किलोमीटर होगी. शुक्रवार को उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने नैनीताल पहुंचकर रोप-वे के लिए नैनीताल में विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण किया. वहीं पर्यटन सचिव ने जिले के विभिन्न अधिकारियों के साथ इस मामले में बैठक भी की.
रोप-वे निर्माण को लेकर कुमाऊं आयुक्त राजीव रौतेला ने कहा कि नैनीताल में जैसे ही रोप-वे स्थापित होगा, उसका सबसे ज्यादा फायदा पर्यावरण को मिलेगा. उन्होंने कहा पर्यटन क्षेत्र होने की वजह से नैनीताल में वाहनों की आवाजाही सबसे ज्यादा होती है. रोप-वे बन जाने से इसमें कमी आएगी. जो कि पर्यावरण की दृष्टि से बेहद सार्थक होगी.
बता दें कि नैनीताल में रोप-वे निर्माण के बाद हल्द्वानी से नैनीताल का 38 किलोमीटर का सफर महज 20 मिनटों में तय किया जा सकेगा. इस रोप वे से पर्यटकों और स्थानीय लोगों को घंटों जाम से भी मुक्ति मिलेगी. इसके अलावा इससे 1 घंटे में हल्द्वानी से नैनीताल तक करीब 11000 लोगों को लाया और ले जाया जा सकेगा.
वहीं रोप-वे बनने के बाद नैनीताल समेत आसपास के स्थानों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे. यहां आने वाले पर्यटक हवाई मार्ग से नैनीताल के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भी दीदार कर सकेंगे. रोप-वे निर्माण को लेकर कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने कहा कि सरकार रोप-वे निर्माण के मामले को गंभीरता से ले रही है और जल्द से जल्द नैनीताल से हल्द्वानी तक रोप-वे का निर्माण शुरू हो जाएगा.