मसूरीः लोकसभा चुनाव को देखते हुए मसूरी में प्रशासन सक्रिय हो गया है. पुलिस द्वारा सभी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों का निरीक्षण किया गया और आसपास के लोगों से चुनाव से संबंधित जानकारी ली गई. वहीं निरीक्षण के दौरान मसूरी पुलिस ने पाया कि मसूरी में कई अति संवेदनशील बूथ बनाए गए हैं, जो अति संवेदनशील मानकों के तहत आते ही नहीं है. ऐसे में पुलिस द्वारा जल्द रिपोर्ट तैयार कर निर्वाचन आयोग को भेजी जाएगी और मानकों के अनुरूप आने वाले अति संवेदनशील बूथों को संवेदनशील बनाने की मांग की जाएगी.
वहीं मसूरी कोतवाल भावना कैंथोला द्वारा स्थानीय लोगों के साथ बैठक की गई. नागरिकों को लोकसभा चुनाव में सहयोग करने की अपील के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने मतों का प्रयोग करने के लिए जागरूक भी किया गया. मसूरी कोतवाल ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मसूरी क्षेत्र में आने वाले सभी पोलिंग बूथों का निरीक्षण किया जा रहा है, जिसके तहत मसूरी के लंढोर क्षेत्र के सनातन धर्म इंटर कॉलेज के अति संवेदनशील बूथ का निरीक्षण किया गया.
उन्होंने आसपास के लोगों से वार्ता कर उनको चुनाव में पूरा सहयोग करने की अपील की गई. उन्होंने कहा कि मसूरी में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर कई समुदाय के लोग रहते हैं. वे एक ही पोलिंग बूथ पर अपने मत का प्रयोग करते हैं. ऐसे में बूथों को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है परंतु कई ऐसे हैं जिसमें एक ही समुदाय के लोग मत का प्रयोग करते हैं परंतु उसको भी अति संवेदनशील बनाया गया है.
ऐसे में सभी बूथों को चिन्हित करके निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा, जिससे आने वाले समय पर अति संवेदनशील बूथों को संवेदनशील बनाया जा सके.
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा को लेकर पुलिस पूरी तरीके से तैयार है और चुनाव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात की जाएगी.
जिससे चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सके. उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लोगों को अपने मतों का प्रयोग करने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. मसूरी में कई असामाजिक तत्व हैं जिनको चिन्हित किया जा रहा है. वहीं मसूरी व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष जगजीत कुकरेजा ने पुलिस द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर चलाए जा रहे जागरूकता अभियान की सराहना की.
उन्होंने कहा कि पूर्व में कई बूथों को अतिसंवेदनशील बनाया गया है जो मानकों के अनुसार गलत हैं. ऐसे में अति संवेदनशील बूथों को संवेदनशील बनाने के लिए स्थानीय लोगों द्वारा कोतवाल मसूरी से मांग की है कि वह जल्द से जल्द इन बूथों को चिन्हित कर संवेदनशील बनाएं.