मसूरी: पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता के साथ पटरी व्यापारियों द्वारा अभद्रता और जूता फेंकने के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसे लेकर मसूरी नगर पालिका कर्मचारी संघ एवं कई संगठनों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने नगर पालिका परिषद से एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मसूरी कोतवाल और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही पालिका कर्मचारियों ने सभी सरकारी दफ्तरों को भी बंद कराया. जिससे मसूरी में व्यवस्था बिगड़ गई है.
इस दौरान पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि मसूरी पुलिस की लापरवाही के कारण अभी तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब शहर का प्रथम नागरिक ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा? उन्होंने कहा जो कुछ भी उनके साथ हुआ है वो सब एक योजना के तहत हुआ है. उन्होंने कहा ये सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है.
पढ़ें-दीपावली मद्देनजर प्रशासन ने चलाया चेकिंग अभियान, खाद्य विभाग अलर्ट पर
अनुज गुप्ता ने कहा कि सारे सबूत होने के बावजूद भी पुलिस अब तक मामले में कुछ नहीं कर पाई है. जिससे उनके समर्थकों में आक्रोश है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में मसूरी एसडीएम और पुलिस प्रशासन को पहले ही आगाह कर चुके हैं कि तय सीमा के अंदर दोषियों की गिरफ्तार करे.
पढ़ें-NIT श्रीनगर में उत्तराखंड को मिलेगी 50 प्रतिशत सीटें, हरदा को भी दिया करारा जवाब
वहीं मसूरी एसडीम वरुण चौधरी और सीओ मसूरी एएस रावत ने पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता से मामले को लेकर बात की. लेकिन अनुज गुप्ता ने उनके साथ अभद्रता करने वाले कर्मचारी के साथ मसूरी कोतवाल के ट्रांसफर की मांग पर अड़े हुए हैं.
पढ़ें-पंचायत चुनाव आते ही फर्जी प्रमाण पत्रों का खेल शुरू, जल्दी के चक्कर में ठगे जा रहे प्रत्याशी
एसडीएम ने पालिका अध्यक्ष और उनके समर्थकों को समझाने का प्रयास किया और उन्हें आश्वासन दिया है कि इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई गई है. उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्ष के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं घटना से आक्रोशित कार्यकर्ता और पालिका अध्यक्ष मसूरी के शहीद स्थल पर देर शाम तक धरने पर बैठे रहे. मसूरी व्यापार संघ द्वारा कल मसूरी बंद करने का आह्वान किया गया है.