मसूरी: शहर में राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या देखने लायक थी. उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति ने शहीद स्थल पर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें ढोल-दमाऊं आकर्षण का केंद्र रहे. लोक कलाकारों ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए.
इस मौके पर रुद्र महायज्ञ एवं शांति पाठ का समापन भी किया गया. मां सुरकंडा देवी की डोली को भी प्रदर्शित किया गया. भक्तजनों ने मां सुरकंडा का आशीर्वाद लिया. मसूरी में पर्यटकों ने भी लोक संस्कृति के साथ गढ़वाली और कुमाऊंनी गीतों का जमकर लुत्फ उठाया. उत्तराखंड पर्यटन एवं तीर्थाटन संरक्षण समिति के अध्यक्ष कमल भंडारी ने कहा कि संस्था द्वारा सीमित संसाधनों में राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम में प्रदेशभर के कलाकारों ने प्रतिभाग किया.
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कमल भंडारी ने कहा कि समिति द्वारा राज्य स्थापना दिवस को सीमित संसाधनों के बाद भी मनाया जा रहा है. परंतु नगर पालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से उनको किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता से राज्य स्थापना दिवस को लेकर अनुदान की मांग की गई थी, परंतु पालिका अध्यक्ष द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि आज उनको बड़ा दुख है कि पालिका प्रशासन के पास उत्तराखंड कि राज्य स्थापना दिवस मनाने के लिए फंड नहीं है.