मसूरी: प्रदेश में फैल रही कोरोना महामारी को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने मसूरी में ईटीवी भारत से खास बातचीत की. बिष्ट ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से निपटने में पूरी तरीके से विफल साबित हुई है. सरकार की गलत नीतियों के कारण पहाड़ में कोरोना पैर पसार रहा है.
बिष्ट ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अन्य राज्यों से आ रहे प्रवासी सड़कों पर भटकने को मजबूर हैं. केंद्र की भाजपा सरकार अगर प्रवासियों को लॉकडाउन से पहले पांच दिन का समय देकर घर जाने देती तो देश में आज कोरोना से यह स्थिति नहीं होती. सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई थी. जिससे मजदूर और गरीबों को सड़कों पर भटकना पड़ रहा है.
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उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में लोगों को रखने के लिए व्यवस्था नहीं है. गांव में लोग खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं. प्रदेश सरकार ने ग्राम प्रधानों को मदद देने की बात कही थी, लेकिन अभी तक क्वारंटाइन सेंटर के लिए उन्हें कोई मदद नहीं मिली है. जिसे लेकर ग्राम प्रधानों ने सरकार के खिलाफ धरना भी दिया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सरकार प्रधानों का अपमान ना करे बल्कि उनकी मदद करे.
बिष्ट ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को प्रदेश में लाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गांधी के निर्देशों पर यूपी बोर्ड में एक हजार बसें खड़ी की थी, लेकिन योगी सरकार ने उन बसों में प्रवासियों को भेजने के बजाय बसों के मालिक, चालक और कंडक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लालू को जेल में डाल दिया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मजदूरों का दुख बांटने गए थे, जिससे मजदूरों की मदद करने का हल निकाला जा सके. वहीं मयावती के बयान से राहुल गांधी पर नाटक करने का आरोप लगाया गया है.