मसूरी: दबंगों की पिटाई से दलित युवक की मौत के मामले ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है. सोमवार को पूरे दिन पीड़ित परिजन मुख्यमंत्री आवास जाने और आरोपियों की गिरफ्तार की मांग करते रहे. जिसके बाद आज पीड़ित दलित परिवार से बीजेपी विधायक खजानदास मुलाकात करेंगे. वहीं, इस घटना को कांग्रेस के पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने राज्य के लिए कलंक बताया है.
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बीजेपी विधायक खजानदास ने मसूरी में पत्रकार वार्ता के दौरान दलित युवक के साथ हुई घटना की घोर निंदा की. उन्होंने कहा कि दलित युवक के साथ हुई घटना की जितनी निंदा की जाए कम है. उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने है कि वो पीड़ित परिवार से मिलने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने की गुहार लगाएंगे.
मामले में अब तक
बता दें, पुलिस ने इस मामले में परिजनों की मांग पर 7 आरोपियों से में 5 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं, पुलिस उनकी तलाश कर रही है. बीते सोमवार को गुस्साए परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जबरदस्त हंगामा किया था. परिजन मुख्यमंत्री आवास जाने की मांग कर रहे थे, जिस पर पुलिस ने उनको जबरन रोक लिया था.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 26 अप्रैल को श्रीकोट निवासी दलित युवक जितेंद्र दास शादी समारोह में जौनपुर पहुंचा था. जितेंद्र खाना निकालकर कुर्सी में बैठकर खाने लगा. आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर गांव के कुछ दबंगों ने जितेंद्र दास की बुरी तरह से पिटाई कर दी. 23 वर्षीय घायल प्रदीप को थातुड़ स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. लेकिन, उसकी हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर देहरादून रेफर कर दिया. 9 दिनों तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिरकार रविवार को जितेंद्र ने दम तोड़ दिया. जितेंद्र दास पुत्र स्व. सेवक दास अपने घर का कमाने वाला इकलौता बेटा था.