काशीपुर: लॉकडाउन से पूरे देश में लोगों को कई मुसीबतों का सामना करना पड़ा. दूसरे प्रदेशों से आने वाले मजदूरों को दी जाने वाली राशन किट लापरवाह अधिकारियों की वजह से रखे-रखे खराब हो रहे हैं. काशीपुर वापस लौटने वाले प्रवासियों के लिए राशन किट का इंतजाम किया गया था. लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते राशन किट जरूरतमंदों तक पहुंच ही नहीं पाए. जिसकी वजह से राशन किट काशीपुर तहसील में रखे-रखे खराब होने की कगार पर हैं.
लॉकडाउन में गरीबों और होम क्वारंटाइन हुए लोगों के लिए सरकार द्वारा भेजी गई राशन किट गरीबों तक पहुंच ही नहीं पाई. इसके जिम्मेदार सरकारी अधिकारी हैं जिनकी लापरवाही के चलते गरीबों को भूखा ही रहना पड़ा. बता दें कि तहसील परिसर में दो महीने से राशन सामग्री खराब हो रही है. अब प्रशासनिक अमला यह है कि फाईलों में राशन तो बंट रहा है, लेकिन हकीकत में सरकारी राशन खराब हो रहा है.
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सरकारी राशन की ये किट कहीं और नहीं बल्कि काशीपुर के तहसील में तहसीलदार कार्यालय में ही रखी गई है. राशन किट की देखरेख और वितरण तहसीलदार को दी गई है. लेकिन स्थानीय अधिकारियों की उदासीनता की वजह से जरूरतमंदों तक पहुंचने की जगह किट रखे-रखे खराब हो रहा है. राशन किट के डिब्बों में 24 घंटे के भीतर खुले जगह में किट को रखने की चेतावनी दी गई है.
लेकिन 2 महीने का समय बीच गया और किट डिब्बों में रखे हुए हैं. मामले से पल्ला झाड़ते हुए काशीपुर तहसील के अधिकारी मोहम्मद अकरम मलिक ने कहा कि समय-समय पर राशन का वितरण किया जाता है. सरकारी आदेश में जिसके नाम का जिक्र होता है, उसे राशन दिया जाता है.