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एम्स जाते वक्त रास्ते में कैदी ने तोड़ा दम, परिजनों ने डॉक्टर और जेलर पर लगाया गंभीर आरोप

काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र से एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार एक कैदी की सुशीला तिवारी अस्पताल से एम्स ऋषिकेश ले जाते वक्त मौत हो गई. वहीं, मृतक के परिजनों ने हल्द्वानी जेल के जेलर और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

अस्पताल जाते वक्त कैदी ने तोड़ा दम.
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Published : Sep 29, 2019, 11:37 PM IST

Updated : Sep 29, 2019, 11:44 PM IST

काशीपुर: कुंडा थाना से एनडीपीएस एक्ट में हल्द्वानी जेल में बंद एक कैदी की बीमारी के चलते मौत हो गई. कैदी की मौत हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई. डॉक्टरों ने पत्र लिखकर जेलर को पूरी जानकारी दे दी है. वहीं, मृतक कैदी के परिजनों ने हल्द्वानी जेल के जेलर और डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.

अस्पताल जाते वक्त कैदी ने तोड़ा दम.

बता दें कि कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम सरवरखेड़ा निवासी अब्दुल करीम को एक महीले पहले एनडीपीएस एक्ट में हल्द्वानी जेल भेजा गया था. जहां उसकी तबीयत खराब हो गई. तबीयत खराब होने के करण उसे सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 20 दिन तक उसका इलाज चला. इस दौरान अब्दुल की हालत ज्यादा खराब होने पर उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया.

पढ़ें: शारदीय नवरात्रि का आज पहला दिन, मंदिरों में लगा श्रद्धालुओं का तांता

उधर, अब्दुल को हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश ले जाते समय ठाकुरद्वारा और शरीफ नगर के बीच उसकी मौत हो गई. वहीं, सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टर ने मृतक के परिजनों को बताया कि एंबुलेंस में कोई डॉक्टर नहीं था, सिर्फ दो पुलिस के सिपाही थे. साथ ही डॉक्टरों ने कहा कि जेलर को पत्र लिखकर सारी जानकारी से अवगत करा दिया है.

मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मृतक के परिजनों के मुताबिक अपने खर्चे पर एंबुलेंस कर अब्दुल को ऋषिकेश एम्स में इलाज के लिए ले जा रहे थे, कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.

काशीपुर: कुंडा थाना से एनडीपीएस एक्ट में हल्द्वानी जेल में बंद एक कैदी की बीमारी के चलते मौत हो गई. कैदी की मौत हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई. डॉक्टरों ने पत्र लिखकर जेलर को पूरी जानकारी दे दी है. वहीं, मृतक कैदी के परिजनों ने हल्द्वानी जेल के जेलर और डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.

अस्पताल जाते वक्त कैदी ने तोड़ा दम.

बता दें कि कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम सरवरखेड़ा निवासी अब्दुल करीम को एक महीले पहले एनडीपीएस एक्ट में हल्द्वानी जेल भेजा गया था. जहां उसकी तबीयत खराब हो गई. तबीयत खराब होने के करण उसे सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 20 दिन तक उसका इलाज चला. इस दौरान अब्दुल की हालत ज्यादा खराब होने पर उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया.

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उधर, अब्दुल को हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश ले जाते समय ठाकुरद्वारा और शरीफ नगर के बीच उसकी मौत हो गई. वहीं, सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टर ने मृतक के परिजनों को बताया कि एंबुलेंस में कोई डॉक्टर नहीं था, सिर्फ दो पुलिस के सिपाही थे. साथ ही डॉक्टरों ने कहा कि जेलर को पत्र लिखकर सारी जानकारी से अवगत करा दिया है.

मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है. मृतक के परिजनों के मुताबिक अपने खर्चे पर एंबुलेंस कर अब्दुल को ऋषिकेश एम्स में इलाज के लिए ले जा रहे थे, कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया.

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Summary- काशीपुर के कुंडा थाना से पिछले महा एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजे गए कैदी की बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतक कैदी के परिजनों ने हल्द्वानी जेल के जेलर पर लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाया है।
एंकर- काशीपुर के कुंडा थाना से एनडीपीएस एक्ट के तहत हल्द्वानी जेल में बंद एक कैदी की बीमारी के चलते मौत हो गई।

Body:वीओ- काशीपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम सरवरखेड़ा निवासी अब्दुल करीम एक माह पहले एनडीपीएस एक्ट के तहत हल्द्वानी जेल में बंद था। जेल में रहने के एक सप्ताह के भीतर उसकी तबीयत खराब होने के चलते उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। बीते रोज उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई तो उसे ऋषिकेश के एम्स के लिए रैफर कर दिया गया।
परिजनों के द्वारा एबुंलेस की व्यवस्था कर उसे ऋषिकेश एम्स ले जाते समय ठाकुरद्वारा और शरीफ नगर के बीच करीम की मौत हो गई। मृतक के बहनोई नासिर ने बताया कि तबीयत खराब के चलते करीम को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां की 20 दिन तक उनका इलाज चला। इस दौरान जो डॉक्टर से बात की गई तो सुशीला तिवारी अस्पताल के डॉक्टर ने मृतक के परिजनों को बताया कि हमने जेलर को पत्र लिखकर सारी जानकारी से अवगत करा दिया है। एंबुलेंस में कोई डाक्टर नहीं था। केवल दो पुलिस के सिपाही और वह स्वयं था। मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतक के परिजनों के मुताबिक अपने खर्चे पर एंबुलेंस कर करीम को ऋषिकेश एम्स में इलाज के लिए ले जा रहे थे कि रास्ते में करीम ने दम तोड़ दिया।
बाइट- नासिर, म्रतक के परिजनConclusion:
Last Updated : Sep 29, 2019, 11:44 PM IST
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