काशीपुर: देवभूमि में डेंगू लगातार अपने पैर पसार रहा है. आये दिन लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं की कमी के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जिसका सीधा असर उनकी जेब पर पड़ रहा है. बात अगर काशीपुर राजकीय चिकित्सालय की करें तो यहां भी कमोवेश ये ही हालात हैं. यहां के अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है. जिसके कारण यहां मरीज ना के बराबर ही आ रहे हैं.
पूरे प्रदेश भर के साथ-साथ कुमाऊं के तराई भाग में भी डेंगू के बुखार ने दस्तक दे दी है. काशीपुर जसपुर और बाजपुर समेत जिले में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में मरीज और उनके तीमारदार बड़ी संख्या में अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. लेकिन अस्पताल में सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें मायूस ही लौटना पड़ रहा है.
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बात अगर काशीपुर के एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय की करें तो यहां डेंगू के लिए बनाया गया वार्ड सिर्फ नाममात्र का है. यहां न ही सुविधाएं मौजूद हैं और न ही फिजिशियन, जिसके कारण यहां आने वाले मरीजों की संख्या ना के बराबर है. अस्पताल के सीएमएस डॉ बीके टम्टा के मुताबिक काशीपुर में फिजिशियन न होने के कारण यहां आने वाले डेंगू के मरीज़ों को रेफर कर दिया जाता है.
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डॉ. बीके टम्टा का कहना है कि यहां पहुंचने वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार दे दिया जाता है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में चिकित्सालय में डेंगू के 7 मरीज भर्ती हैं. जिनकी प्लेटलेट्स अभी नार्मल हैं. फिर भी उनकी स्थिति को देखते हुए उनकी प्लेटलेट्स जिला अस्पताल रुद्रपुर के लिए भेज दी गई है. रिपोर्ट आने के बाद उन्हें उचित उपचार के लिए जरूरत पड़ी तो रेफर भी किया जा सकता है. काशीपुर में डेंगू के मरीज लगातार चिकित्सकों की कमी के चलते निजी अस्पतालों की ओर रुख कर रहे हैं. जिसका सीधा असर जनता की जेब पर पड़ रहा है.