काशीपुर: उत्तराखंड के काशीपुर में चल रही हथकरघा प्रदर्शनी को गुपचुप तरीके से 10 जनवरी तक के लिए बढ़ा गया है. तब से लेकर अब तक प्रदर्शनी में दुकान लगा रहे दुकानदारों का शोषण किया जा रहा है. यहां दुकानदारों से बिजली बिल के नाम पर पैसा वसूला जा रहा है. जिससे यहां के दुकानदारों में खासा आक्रोश है. दुकानदारों का आरोप है कि 27 दिसंबर को खत्म होने वाली प्रदर्शनी को स्थानीय हथकरघा अधिकारियों की मिलीभगत से 10 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है. दुकानदारों का कहना है कि इस प्रदर्शनी में आने वाले लोगों की जेब अब काट जा रही है.
दरअसल, काशीपुर में मुरादाबाद रोड स्थित डिजाइन सेंटर हथकरघा भवन के बाहर विकास आयुक्त हथकरघा वस्त्र मंत्रालय की ओर से हथकरघा प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. प्रदर्शनी में इस बार आने वाले ग्राहकों के लिए गर्म कपड़े, रजाई, नगीना का लकड़ी उद्योग स्टॉल, लखनऊ की चिकनकारी, कश्मीर के गर्म कपड़ों का स्टोर यहां आने वाले ग्राहकों को अपनी तरफ खींच रहा है.
पढ़ें-खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश
इस हथकरघा प्रदर्शनी में उत्तराखंड के अलावा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश तथा जम्मू-कश्मीर के अलावा अन्य प्रदेशों से आए बुनकरों ने अपने स्टॉल लगाये हैं. 21 दिसंबर से शुरू हुई प्रदर्शन 27 दिसंबर तक आयोजित होनी थी लेकिन बढ़ती भीड़ को देखते हुए इसे 10 जनवरी तक के लिए स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से गुपचुप तरीके से बढ़ा दिया गया है.
पढ़ें-कालाढूंगी: ब्लॉक प्रमुख ने बैठक में विकास कार्यों को दी तवज्जो, तैयार की रूपरेखा
वहीं, अधिकारी भी प्रदर्शनी के बारे में कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं. प्रदर्शनी में आए दुकानदारों का कहना है कि 21 दिसंबर से 27 दिसंबर तक उनसे बिजली का किराया नहीं लिया जाता था लेकिन, अब बिजली के किराए के नाम पर उनसे हर दिन ₹200 लिये जा रहे हैं. यहां के दुकानदारों का कहना है कि गुपचुप तरीके से प्रदर्शनी के समय को बढ़ाया गया है. जिसके कारण यहां लगे बोर्ड को अब डिजाइन सेंटर के अंदर डाल दिया गया है.