हरिद्वार: धर्मनगरी के साधु-संतों के तेरह अखाड़ों में से प्रमुख निर्मल पंचायती अखाड़ा का संपत्ति विवाद सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. हरिद्वार के पथरी थाना क्षेत्र स्थित एकड़ खुर्द में निर्मल पंचायती अखाड़े की बारह सौ बीघा बेशकीमती जमीन है. जिसे लेकर अखाड़े के दो संत आमने-सामने आ गए हैं. दोनों संत एक दूसरे पर इस जमीन को खुर्द-बुर्द करने का आरोप लगा रहे हैं. अखाड़े के अध्यक्ष संत ज्ञानदेव सिंह और वरिष्ठ संत प्रेम सिंह के बीच में छिड़ी इस जंग से क्षेत्र में तनाव का माहौल है. दोनों ही संतों के अनुयाई देशभर से हरिद्वार पहुंच रहे हैं. इसके अलावा अखाड़े के तमाम संत भी यहां इकट्ठा हो गए हैं. जिसके कारण इलाके में अनहोनी की स्थिति बनी हुई है. जिसके चलते मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
अखाड़ों में संपत्ति को लेकर यह कोई पहला विवाद नहीं है. हरिद्वार में अखाड़ों की संपत्ति को लेकर कई बार संत आमने-सामने आ चुके हैं. निर्मल पंचायती अखाड़े में ही कुछ समय पहले अखाड़े की संपत्ति को लेकर हरिद्वार में दो गुट आमने-सामने आ गए थे. जिसके बाद यह मामला हाई कोर्ट में पहुंचा था. जिसके बाद एक बार फिर से निर्मल पंचायती अखाड़े में संपत्ति विवाद को लेकर दो संत आमने सामने हैं. संतों के बीच उपजे उस विवाद को देखते हुए उनके अनुयायियों ने भी यहां पहुंचने लगे हैं.
एसपी देहात नवनीत भुल्लर ने मामले पर जानकारी देते हुए कहा कि निर्माण पंचायती अखाड़े में दो संतों के गुटों में विवाद चल रहा है. जिसे देखते हुए इलाके में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. नवीन भुल्लर का कहना है कि अगर इस दौरान लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या आती है तो पुलिस कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी. हरिद्वार में अखाड़ों की संपत्ति को लेकर विवाद का इतिहास लंबा रहा है. जिसके कारण कई संतों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है. इसी को देखते हुए मामले में पुलिस-प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है. पूरे देश से आए निर्मल पंचायती अखाड़ा के संतों की इस बैठक और विवाद पर हरिद्वार प्रशासन लगातार नजर बनाए हुआ है.