हरिद्वार: जिला प्रशासन लाख कोशिशों के बाद भी धर्मनगरी में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक नहीं लग पा रही है. जिसका ताजा उदाहरण हरकी पैड़ी पर देखने को मिल रहा है, जहां पुलिस के सामने ही खुले में प्लास्टिक की कैन बेची जा रही हैं. जिनमें लोग गंगाजल भर अपने साथ ले जा रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन हरिद्वार ने जनपद में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाने के सभी दावों की कलई खुलती नजर आ रही है. ऐसे में यहां प्लास्टिक की कैन का उपयोग धड़ल्ले से जारी है.
हरिद्वार प्रशासन ने कुछ दिनों पहले कहा था कि यहां पहुंच रहे श्रद्धालुओं को गंगा जल ले जाने के लिए अब स्टील या एल्यूमीनियम के बर्तन का इस्तेमाल करना होगा. मगर हरकी पैड़ी पर प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए जमकर प्लास्टिक कैन में भरकर गंगाजल बेचा जा रहा है. बड़ी बात ये है कि जिला प्रशासन और पुलिस इस पर रोक लगाने में पूरी तरह से नाकाम हैं. यहां तैनात पुलिसकर्मियों के सामने ही कैन में गंगाजल बेचा जा रहा है. मगर पुलिस है कि उसे कोई फर्क पड़ता ही नहीं.
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वहीं, जब इस बारे में नगर आयुक्त उदय सिंह राणा से बात की गई तो उन्होंने कहा प्रशासन प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए लगातार छापेमारी कर रहा है. उन्होंने कहा अब वे इसी कड़ी में छोटी दुकानों और गोदामों में भी छापेमारी करने जा रहे हैं. हालांकि, सिंगल यूज प्लास्टिक में घाटों पर बिकने वाली कैन इस श्रेणी में नहीं आती हैं. बावजूद इसके सिंगल यूज प्लास्टिक को ध्यान में रखते हुए घाटों पर बिक रही प्लास्टिक कैन पर रोक लगाई जाएगी.
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बता दें हरिद्वार में 2021 में महाकुंभ का आयोजन होना है. जिसे ध्यान में रखते हुए बीते दिनों मेलाधिकारी दीपक रावत ने भी कार्रवाई करते हुए घाटों व बाजारों में बिक रही कैनेस्टरों को जब्त किया था. मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया था की 2021 में होने वाला कुंभ ग्रीन कुंभ होगा जो कि पूरी तरह से प्लास्टिक मुक्त होगा.