हरिद्वार: पतंजलि विश्वविद्यालय में आज महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार एवं पतंजलि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय ग्रीन चैम्पियन अवॉर्ड वितरण कार्यक्रम आयोजित हुआ. कार्यक्रम का उद्घाटन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की अंशुल सिंह एवं कुलपति डॉ. महावीर अग्रवाल के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. तत्पश्चात संगीत विभाग की ओर से स्वागत गीत व गणेश वन्दना का पेश किया गया.
इस कार्यक्रम में पतंजलि विश्वविद्यालय सहित उत्तराखण्ड राज्य के 12 अन्य संस्थानों ने हिस्सा लिया. इनमें प्रमुख रूप से राजकीय डिग्री कॉलेज सतपुली, पौड़ी, स्वामी विवेकानन्द राजकीय पीजी कॉलेज लोहाघाट, चम्पावत, राजकीय पीजी कॉलेज बेरीनाग, पिथौरागढ़, शोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, आईआईएम काशीपुर, डॉल्फिन इन्स्टीटयूट ऑफ बॉयोमेडिकल एण्ड नेचुरल साइंसेस, देहरादून, पीएनजी राजकीय पीजी कॉलेज रामनगर नैनीताल, राजकीय पीजी कॉलेज गोपेश्वर, चमोली को ‘ग्रीन चैम्पियन अवॉर्ड 2021-22’ से पुरस्कृत किया गया. यह अवॉर्ड ऐसे उच्च शिक्षण संस्थानों को प्रदान किये गये जहां शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता, जल प्रबन्धन, ऊर्जा संरक्षण, हरीतिमा सम्वर्द्धन पर विशेष प्रयास किये जा रहे हैं.
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इस कार्यक्रम में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद के प्रतिनिधि के रूप में डॉ किरन चांदेल, सलाहकार ने पीपीटी के माध्यम से सभी को परिषद के उद्देश्यों एवं कार्यक्रमों से अवगत कराया गया. इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रो अग्रवाल ने कहा कि किसी भी शिक्षण संस्थान में शिक्षा-अनुंसधान का स्तर तो महत्वपूर्ण होता ही है, इसके साथ ही समग्र स्वास्थ्य, समग्र व्यक्तित्व विकास हेतु परिसर के अन्दर व आस-पास की स्वच्छता व हरीतिमा भी आवश्यक होती है.