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ईको सेंसटिव जोन की मीटिंग में ग्रामीण हुए आक्रोशित, जानिए क्यों

राजाजी टाइगर रिजर्व के पास आबादी वाले इलाके को ईको सेंसटिव जोन घोषित करने को लेकर पार्क महकमे ने स्थानीय लोगों से बातचीत की. इस दौरान पार्क निदेशक के न पहुंचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए.

ईको सेंसटिव जोन को लेकर हुई मीटिंग
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Published : Aug 26, 2019, 9:47 PM IST

हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व के पास आबादी वाले इलाके को ईको सेंसटिव जोन घोषित करने को लेकर पार्क महकमे ने कवायद तेज कर दी है. इसके लिए सोमवार को मोतीचूर रेंज में हरिद्वार और ऋषिकेश की कई ग्राम सभाओं के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के साथ पार्क महकमे ने बातचीत की. बैठक में पार्क निदेशक के न पंहुचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मौके पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा.

ईको सेंसटिव जोन को लेकर हुई मीटिंग

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि संवेदनशील मुद्दा होने के बावजूद भी निदेशक के न पहुंचने से लगता है कि पार्क महकमा इस मुद्दे पर महज खानापूर्ति कर रहा है. जब तक निदेशक स्तर पर यह बातचीत नहीं की जाती तब तक ग्रामीण अपने सुझाव नही देंगे. साथ ही कहा कि इको सेंसेटिव जोन ग्रामीणों पर जबरन थोपा जा रहा है और इससे ग्रामीणों का कोई विकास नहीं होगा. बल्कि ग्रामीणों को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.

पढ़ें: पुरानी रंजिश के चलते 2 युवकों पर धारदार हथियार से हमला, एक की हालत गंभीर

वहीं, ग्रामीणों से बातचीत करने पंहुचे राजाजी नेशनल पार्क के वार्डन अजय शर्मा ने कहा कि व्यस्तता होने के कारण बैठक में निदेशक नहीं आ पाए. जल्द ही इस संबंध में नई तारीख घोषित की जाएगी. साथ ही कहा कि इको सेंसेटिव जोन के बारे में शायद ग्रामीणों को सही जानकारी नहीं है और जानकारी के अभाव में ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे.

हरिद्वार: राजाजी टाइगर रिजर्व के पास आबादी वाले इलाके को ईको सेंसटिव जोन घोषित करने को लेकर पार्क महकमे ने कवायद तेज कर दी है. इसके लिए सोमवार को मोतीचूर रेंज में हरिद्वार और ऋषिकेश की कई ग्राम सभाओं के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के साथ पार्क महकमे ने बातचीत की. बैठक में पार्क निदेशक के न पंहुचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मौके पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा.

ईको सेंसटिव जोन को लेकर हुई मीटिंग

इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि संवेदनशील मुद्दा होने के बावजूद भी निदेशक के न पहुंचने से लगता है कि पार्क महकमा इस मुद्दे पर महज खानापूर्ति कर रहा है. जब तक निदेशक स्तर पर यह बातचीत नहीं की जाती तब तक ग्रामीण अपने सुझाव नही देंगे. साथ ही कहा कि इको सेंसेटिव जोन ग्रामीणों पर जबरन थोपा जा रहा है और इससे ग्रामीणों का कोई विकास नहीं होगा. बल्कि ग्रामीणों को तरह-तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ेगा.

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वहीं, ग्रामीणों से बातचीत करने पंहुचे राजाजी नेशनल पार्क के वार्डन अजय शर्मा ने कहा कि व्यस्तता होने के कारण बैठक में निदेशक नहीं आ पाए. जल्द ही इस संबंध में नई तारीख घोषित की जाएगी. साथ ही कहा कि इको सेंसेटिव जोन के बारे में शायद ग्रामीणों को सही जानकारी नहीं है और जानकारी के अभाव में ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे.

Intro:इको सेंसटिव ज़ोन को लेकर राजाजी टाइगर रिजर्व ने अपनी कवायद शुरू कर दी है पार्क से सटे आबादी वाले छेत्रो को जल्द ही ईको सेंसटिव छेत्र घोसित किया जाएगा इसको लेकर आज पार्क की मोतीचूर रेंज में हरिद्वार और ऋषिकेश की कई ग्राम सभाओं के प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगो के साथ पार्क महकमे ने वार्ता की पार्क महकमे की इस कवायद से लोगो मे शंसय की स्थिति बनी हुई है बैठक में पार्क निदेशक का न पंहुचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मौके पर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा Body:ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदलनशील मुद्दा होने के बावजूद भी निदेशक का मौके पर न पँहुचने से लगता है कि पार्क महकमा इस मुद्दे पर महज खानापूर्ति कर रहा है उन्होंने कहा कि जब तक निदेशक स्तर पर यह वार्ता नही की जाती है तब तक ग्रामीण अपने सुझाव नही देंगे इनका यह भी कहना है की इको सेंसेटिव ज़ोन ग्रामीणों पर जबरन थोपा जा रहा है और इससे ग्रामीणों का कोई विकास नहीं होगा बल्कि ग्रामीणों को तरह तरह की समस्याओ का सामना करना पड़ेगा

बाइट--स्थानीय ग्रामीण

वही ग्रामीणों से वार्ता करने पंहुचे राजाजी पार्क के वार्डन अजय शर्मा का कहना है कि व्यस्तता होने के कारण बैठक में निदेशक नही आ पाए जल्द ही इस सम्बंद में वार्ता कर नई तिथि घोषित की जाएगी पार्क निदेशक के ना पहुंचने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए इनका यह भी मानना है की इको सेंसेटिव जोन के बारे में शायद ग्रामीणों को सही जानकारी नहीं है और जानकारी के आभाव में ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे

बाइट--अजय शर्मा----वार्डन----राजाजी नेशनल पार्क
Conclusion:इको सेंसेटिव जोन को लेकर पार्क महकमा और ग्रामीण आमने-सामने आ गए हैं ग्रामीण पार्क निर्देशक से ही इस मुद्दे पर वार्ता करने पर अड़ गए हैं अब देखना होगा पार्क महकमा कैसे ग्रामीणों को मनाता है क्योकि आज की ग्रामीणों के साथ हुई पार्क महकमे की मीटिंग किसी नतीजे पर नहीं पहुंची अब क्या ग्रामीणों से वार्ता करने पार्क निर्देशक आते हैं या फिर ग्रामीण इस मुद्दे को लेकर आंदोलन की राह पर होगे यह देखने वाली बात होगी
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