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साध्वी पद्मावती को अनशन से जबरन उठाने पर भड़का मातृ-सदन, CM समेत 150 के खिलाफ FIR - filed case against CM

पद्मावती को देर रात जबरन उठाए जाने को लेकर मातृ सदन ने सीजेएम कोर्ट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एसडीएम कुसुम सिंह चौहान लक्सर तहसीलदार सुनैना राणा, सीएमओ सरोज नैथानी, कनखल थाना अध्यक्ष विकास भारद्वाज, जगजीतपुर चौकी इंचार्ज लाखन सिंह सहित डेढ़ सौ लोगोंं के खिलाफ वाद दायर किया है.

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साध्वी पद्मावती को जबरन उठाने पर भड़का मातृ-सदन
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Published : Jan 31, 2020, 6:30 PM IST

Updated : Jan 31, 2020, 6:57 PM IST

हरिद्वार: गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए साध्वी पद्मावती पिछले 47 दिनों से अनशन पर बैठी थीं. जिन्हें देर रात प्रशासन में जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया. जिसके बाद उनके अनशन को आगे बढ़ाने के लिए आत्मबोधानंद अनशन पर बैठ गए हैं. उनका कहना है जब तक केंद्र सरकार गंगा की स्वच्छता के लिए लिखित आश्वासन नहीं देती है तब तक उनका अनशन जारी रहेगा.

वहीं, साध्वी पद्मावती को देर रात जबरन उठाए जाने को लेकर मातृ सदन ने सीजेएम कोर्ट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एसडीएम कुसुम सिंह चौहान लक्सर तहसीलदार सुनैना राणा, सीएमओ सरोज नैथानी, कनखल थाना अध्यक्ष विकास भारद्वाज, जगजीतपुर चौकी इंचार्ज लाखन सिंह सहित डेढ़ सौ लोगोंं के खिलाफ वाद दायर किया है.

साध्वी पद्मावती को जबरन उठाने पर भड़का मातृ-सदन

पढ़ें-उत्तराखंड में कोरोना की दस्तक: संदिग्ध छात्रा AIIMS में भर्ती, चीन में करती है पढ़ाई

साध्वी पद्मावती को जबरन अनशन से उठाए जाने को लेकर मातृ सदन के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. स्वामी शिवानंद ने कहा शासन-प्रशासन ने जिस तरह की घटना को अंजाम दिया है, उससे लगता है न उनकी भारतीय संविधान में आस्था है और न ही भारतीय कानून में. उन्होंने कहा जिस तरह से साध्वी पद्मावती को उठाया गया है वह एक तरह से क्रिमिनल एक्ट है. उन्होंने कहा जिस एंबुलेंस में साध्वी को ले जाया जा रहा था उसमें पुरुष भी मौजूद थे.

पढ़ें-पिथौरागढ़: तीसरे दिन भी जारी रहा अनशन, मांगें पूरे न होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

गंगा की स्वच्छता को लेकर मातृ सदन लगातार मुखर है. गंगा को लेकर मातृ सदन की मांगें आज तक पूरी नहीं हो सकी हैं. केंद्र सरकार गंगा को स्वच्छ करने के लाख दावे करती है मगर धरातलीय हकीकत कुछ और ही है, जिसके कारण मातृ सदन लगातार आंदोलनरत है.

हरिद्वार: गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए साध्वी पद्मावती पिछले 47 दिनों से अनशन पर बैठी थीं. जिन्हें देर रात प्रशासन में जबरन उठाकर दून अस्पताल में भर्ती करवा दिया. जिसके बाद उनके अनशन को आगे बढ़ाने के लिए आत्मबोधानंद अनशन पर बैठ गए हैं. उनका कहना है जब तक केंद्र सरकार गंगा की स्वच्छता के लिए लिखित आश्वासन नहीं देती है तब तक उनका अनशन जारी रहेगा.

वहीं, साध्वी पद्मावती को देर रात जबरन उठाए जाने को लेकर मातृ सदन ने सीजेएम कोर्ट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, एसडीएम कुसुम सिंह चौहान लक्सर तहसीलदार सुनैना राणा, सीएमओ सरोज नैथानी, कनखल थाना अध्यक्ष विकास भारद्वाज, जगजीतपुर चौकी इंचार्ज लाखन सिंह सहित डेढ़ सौ लोगोंं के खिलाफ वाद दायर किया है.

साध्वी पद्मावती को जबरन उठाने पर भड़का मातृ-सदन

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साध्वी पद्मावती को जबरन अनशन से उठाए जाने को लेकर मातृ सदन के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. स्वामी शिवानंद ने कहा शासन-प्रशासन ने जिस तरह की घटना को अंजाम दिया है, उससे लगता है न उनकी भारतीय संविधान में आस्था है और न ही भारतीय कानून में. उन्होंने कहा जिस तरह से साध्वी पद्मावती को उठाया गया है वह एक तरह से क्रिमिनल एक्ट है. उन्होंने कहा जिस एंबुलेंस में साध्वी को ले जाया जा रहा था उसमें पुरुष भी मौजूद थे.

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गंगा की स्वच्छता को लेकर मातृ सदन लगातार मुखर है. गंगा को लेकर मातृ सदन की मांगें आज तक पूरी नहीं हो सकी हैं. केंद्र सरकार गंगा को स्वच्छ करने के लाख दावे करती है मगर धरातलीय हकीकत कुछ और ही है, जिसके कारण मातृ सदन लगातार आंदोलनरत है.

Intro:गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए पिछले 47 दिन से हरिद्वार मातृ सदन में बिहार के नालंदा की रहने वाली साध्वी पद्मावती अनशन पर थी कल देर रात प्रशासन द्वारा उनको अनशन से जबरन उठाकर दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया पद्मावती के अनशन को आगे बढ़ाने के लिए मातृ सदन में उनके गुरु भाई आत्मबोधनंद अनशन पर बैठ गए हैं और जब तक केंद्र सरकार गंगा की स्वच्छता के लिए लिखित आश्वासन नहीं देती है तब तक मातृ सदन में उनका अनशन जारी रहेगा तो वही साध्वी पद्मावती को देर रात जबरन उठाए जाने को लेकर मातृ सदन नेेे सीजेएम कोर्ट में उत्तराखंड केेेे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एसडीएम कुसुम सिंह चौहान तहसीलदार लक्सर सुनैना राणा सीएमओ सरोज नैथानी और कनखल थाना अध्यक्ष विकास भारद्वाज जगजीतपुर चौकी इंचार्ज लाखन सिंह सहित डेढ़ सौ लोगोंं के खिलाफ वाद दायर किया है

Body:देर रात प्रशासन द्वारा साध्वी पद्मावती को जबरन अनशन से उठाए जाने के बाद मातृ सदन के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने शासन और प्रशासन के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए हैं स्वामी शिवानंद का कहना है कि शासन और प्रशासन ने कल जिस तरह की घटना को अंजाम दिया है उसे लगता है ना उनकी भारतीय संविधान में आस्था है ना ही भारतीय कानूून में साध्वी पद्मावती को प्रशासन द्वारा जबरन अनशन से उठाने के बाद आत्मबोधनंद द्वारा अनशन जारी कर दिया गया है साध्वी पद्मावती को जिस तरह से देर रात जबरन उठाया गया यह क्रिमिनल एक्ट मैं आता है और जिस एंबुलेंस में साध्वी को ले जाया जा रहा था उसमें पुरुष भी मौजूद थे हमारे द्वारा शिवम कोर्ट में वाद दायर की गई है और उसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित तमाम अधिकारियों को वादी बनाया गया है साध्वी पद्मावती को किस हॉस्पिटल में लेकर गए हैं प्रशासन द्वारा हमें कोई जानकारी नहीं दी गई है मगर हमें सूचना मिली है कि उनको दून हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है

बाइट --स्वामी शिवानंद--अध्यक्ष मातृ सदन
Conclusion:गंगा की स्वच्छता को लेकर मातृ सदन में कई अनशन हो चुके हैं मगर गंगा को लेकर मातृ सदन की मांगे आज तक पूरी नहीं हो सकी है केंद्र सरकार द्वारा भी गंगा को स्वच्छ करने के लाख दावे किए जा रहे हैं मगर अभी भी गंगा स्वच्छ नहीं हो सकी है अब देखना होगा साध्वी पद्मावती को अनशन से जबरन उठाने के बाद उनकी जगह बैठे उनके गुरु भाई आत्मबोधनंद कितने दिनों तक गंगा के लिए अनशन पर बैठेंगे और क्या केंद्र सरकार लिखित आश्वासन देकर उनका अनशन खत्म करवाएगी यह देखने वाली बात होगी
Last Updated : Jan 31, 2020, 6:57 PM IST
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