लक्सर: 12 साल पहले रामपुर में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर हुए आतंकी हमले के दोषियों को सजा सुना दी गई है. इस मामले में कोर्ट ने छह दोषियों में से चार को फांसी की सजा सुनाई है. कोर्ट के फैसले पर इस हमले में शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. इस मौके पर बोलते हुए शहीद हवलदार की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
बता दें कि 31 दिसंबर 2007 को रामपुर के सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर आतंकियों ने फिदाइन हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे. जिनमें लक्सर के मुख्य बाजार के रहने वाले अफजल अहमद भी शामिल थे. शहीद अफजल अहमद सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे. हमले के वक्त वे रात में पहरा दे रहे थे.
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इस हमले के दोषियों को सजा सुनाते हुए रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को 8 आरोपियों को सजा सुनाई. जिस पर शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. शहीद हवलदार अफजल अहमद की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है. ऐसे आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि देश में आतंकवाद को जड़ से मिटाया जा सके.
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अकीला बेगम ने आगे कहा कि वह पिछले 12 वर्षों से न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रही थी. कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें सुकून मिला है. वहीं उनके पुत्र ने कहा कि आंतकवाद पर लगाम लगाने के लिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.