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CRPF ग्रुप सेंटर आतंकी हमला: दोषियों को सजा सुनाए जाने पर शहीद के परिवार ने जताई खुशी

सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर हमले के दोषियों को सजा सुनाते हुए रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय ने 8 आरोपियों को सजा सुनाई. जिस पर शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है.

दोषियों को सजा सुनाये जाने पर शहीद के परिवार ने जताई खुशी
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Published : Nov 2, 2019, 11:36 PM IST

लक्सर: 12 साल पहले रामपुर में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर हुए आतंकी हमले के दोषियों को सजा सुना दी गई है. इस मामले में कोर्ट ने छह दोषियों में से चार को फांसी की सजा सुनाई है. कोर्ट के फैसले पर इस हमले में शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. इस मौके पर बोलते हुए शहीद हवलदार की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

बता दें कि 31 दिसंबर 2007 को रामपुर के सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर आतंकियों ने फिदाइन हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे. जिनमें लक्सर के मुख्य बाजार के रहने वाले अफजल अहमद भी शामिल थे. शहीद अफजल अहमद सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे. हमले के वक्त वे रात में पहरा दे रहे थे.

पढ़ें-गंगा को लेकर BJP विधायक ने दिया विवादित बयान, विरोध हुआ तेज

इस हमले के दोषियों को सजा सुनाते हुए रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को 8 आरोपियों को सजा सुनाई. जिस पर शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. शहीद हवलदार अफजल अहमद की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है. ऐसे आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि देश में आतंकवाद को जड़ से मिटाया जा सके.

पढ़ें-नैनीताल: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग मामले की सुनवाई टली, 7 जनवरी को होगी

अकीला बेगम ने आगे कहा कि वह पिछले 12 वर्षों से न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रही थी. कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें सुकून मिला है. वहीं उनके पुत्र ने कहा कि आंतकवाद पर लगाम लगाने के लिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.

लक्सर: 12 साल पहले रामपुर में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर हुए आतंकी हमले के दोषियों को सजा सुना दी गई है. इस मामले में कोर्ट ने छह दोषियों में से चार को फांसी की सजा सुनाई है. कोर्ट के फैसले पर इस हमले में शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. इस मौके पर बोलते हुए शहीद हवलदार की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.

बता दें कि 31 दिसंबर 2007 को रामपुर के सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर आतंकियों ने फिदाइन हमला किया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे. जिनमें लक्सर के मुख्य बाजार के रहने वाले अफजल अहमद भी शामिल थे. शहीद अफजल अहमद सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे. हमले के वक्त वे रात में पहरा दे रहे थे.

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इस हमले के दोषियों को सजा सुनाते हुए रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय ने शुक्रवार को 8 आरोपियों को सजा सुनाई. जिस पर शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है. शहीद हवलदार अफजल अहमद की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है. ऐसे आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि देश में आतंकवाद को जड़ से मिटाया जा सके.

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अकीला बेगम ने आगे कहा कि वह पिछले 12 वर्षों से न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रही थी. कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें सुकून मिला है. वहीं उनके पुत्र ने कहा कि आंतकवाद पर लगाम लगाने के लिए दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.

Intro:लोकेशन-- लक्सर उत्तराखंड
संवाददाता--- कृष्णकांत शर्मा लकसर
सलग ---शहीद परिवार ने जताई संतुष्टि

एंकर-- लक्सर 12 साल पहले रामपुर में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर हुए आतंकी हमले में शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने आतंकी हमले के दोषियों को सजा सुनाए जाने पर संतुष्टि जताई शहीद हवलदार की पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए
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आपको बता दें
31 दिसंबर 2007 की रात को रामपुर स्थित सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर पर आतंकियों ने फिदाइन हमला किया था हमले में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए थे इनमें लक्सर नगर मेन बाजार से निवासी अफजल अहमद भी थे शहीद अफजल अहमद सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात थे रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर वह रात के समय पहरे पर तैनात थे आतंकी हमले में रामपुर जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा शुक्रवार को 8 आरोपियों को दोषी करार दिया गया था शनिवार को न्यायालय द्वारा दोषियों को सजा सुनाई गई आतंकी हमले के दोषियों की सजा सुनाए जाने पर शहीद हवलदार अफजल अहमद के परिजनों ने संतुष्टि जताई है उनकी पत्नी अकीला बेगम ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है आतंकवाद ही उनका धर्म है ऐसे आतंकियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि देश में आतंकवाद को जड़ से मिटाया जा सके उन्होंने कहा कि वह लोग पिछले 12 वर्षों से न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं थे आज उन्हें सुकून मिला है Conclusion: शहीद के पुत्र मोहम्मद आफाक ने कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए आतंकियों को कड़ी सजा मिलेगी तो देश में आतंकवाद पर भी लगाम लग सकेगी।

Byet-- अकीला बेगम शहीद की पत्नी
Byet-- आफाक शहीद का बेटा
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