रुड़की: किसानों को लेकर भले ही सरकार लाख दावे करती हो, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही नजर आते हैं. मामला रुड़की के विष्णुपुर गांव का है, जहां विकास के नाम लगातार किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है. यहां विकास के नाम पर सैकड़ों किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. किसानों को जमीन के एवज में मुआवजा देने की बात कही गई थी, लोकिन आज तक किसानों को एक ढेला तक नसीब नहीं हुआ है. जिसके कारण किसानों में खासा रोष है. लंबे समय से मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अब महापंचायत बुलाने की चेतावनी दी है.
बता दें कि रेलवे विभाग ने रुड़की के बिष्णुपुर गांव के सैकड़ों किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया था. विभाग ने किसानों को मुआवजा देने के साथ परिवार के एक सदस्य को शैक्षिक योग्यता के आधार पर नौकरी देने का वायदा किया था.
लंबा समय बीत जाने के बाद भी किसानों को उनका हक नहीं मिल पाया है. जिसके कारण किसान आंदोलनरत हैं. आंदोलनकारी किसान कई बार पत्र के माध्यम से रेलवे विभाग को रिमाइंडर भेज चुके हैं. लेकिन अब तक मामला सिफर ही निकला. जिसके कारण किसानों में काफी आक्रोश है.
विष्णुपुर गांव के किसानों से मिलने गए दूसरे किसानों ने सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर किसानों से किये गये वायदे जल्द ही पूरे नहीं किये गये तो किसानों को बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. किसानों का कहना है कि इसके लिए किसान महापंचायत की ओर रुख करेंगे. मुआवजे के लिए परेशान किसानों ने भारतीय किसान के पदाधिकारियों के साथ एसपी देहात से अपनी समस्याओं को अवगत कराया.