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हरिद्वार: मां मायादेवी मंदिर में लगा भक्तों का तांता, ये है विशेष महत्व

हरिद्वार के महामाया देवी मंदिर को 52 शक्तिपीठों में प्रथम माना जाता है. इसी मंदिर के नाम पर पूर्व में हरिद्वार को मायापुरी के नाम से जाना जाता था. नवरात्र के अवसर पर यहां माता का विशेष श्रृंगार किया जाता है. जिसमें माता को फूलों से श्रृंगार किया जाता है.

हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी कही जाने वाली मां मायादेवी मंदिर.
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Published : Apr 14, 2019, 1:19 PM IST

हरिद्वार: पूरे देश में चैत्र मास की रामनवमी की धूम मची हुई. लोग सुबह से ही गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी कही जाने वाली मां मायादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. मान्यता है कि नवरात्र के दिनों में मां माया देवी के दर्शन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. जिसकी श्रद्धालु सच्चे मन से उपासना करते हैं.

जानकारी देते श्रद्धालु.


उल्लेखनीय है कि हरिद्वार के महामाया देवी मंदिर को 52 शक्तिपीठों में प्रथम माना जाता है. इसी मंदिर के नाम पर पूर्व में हरिद्वार को मायापुरी के नाम से जाना जाता था. नवरात्र के अवसर पर यहां माता का विशेष श्रृंगार किया जाता है. जिसमें माता को फूलों से श्रृंगार किया जाता है.

ये भी पढ़े: सरोवर नगरी के इस मंदिर में होते हैं मां के नौ रूपों के दर्शन, देश-विदेश से आते हैं श्रद्धालु

वहीं मंदिर के प्रांगण में ही विद्यमान भगवान आनंद भैरव को शहर का कोतवाल माना जाता है. जिनकी श्रद्धालु सुबह से ही विधि विधान से पूजा-अर्चना कर रहे हैं. माना जाता है कि मां महामाया देवी के दर्शन के बाद आनंद भैरव भगवान के दर्शन करने के बाद भी मां के दर्शन पूर्ण माने जाते हैं. हर वर्ष नवरात्रि के नवमी पर्व पर बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं और पूजा- अर्चना के बाद व्रत खोलते हैं.

हरिद्वार: पूरे देश में चैत्र मास की रामनवमी की धूम मची हुई. लोग सुबह से ही गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. वहीं हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी कही जाने वाली मां मायादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. मान्यता है कि नवरात्र के दिनों में मां माया देवी के दर्शन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. जिसकी श्रद्धालु सच्चे मन से उपासना करते हैं.

जानकारी देते श्रद्धालु.


उल्लेखनीय है कि हरिद्वार के महामाया देवी मंदिर को 52 शक्तिपीठों में प्रथम माना जाता है. इसी मंदिर के नाम पर पूर्व में हरिद्वार को मायापुरी के नाम से जाना जाता था. नवरात्र के अवसर पर यहां माता का विशेष श्रृंगार किया जाता है. जिसमें माता को फूलों से श्रृंगार किया जाता है.

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वहीं मंदिर के प्रांगण में ही विद्यमान भगवान आनंद भैरव को शहर का कोतवाल माना जाता है. जिनकी श्रद्धालु सुबह से ही विधि विधान से पूजा-अर्चना कर रहे हैं. माना जाता है कि मां महामाया देवी के दर्शन के बाद आनंद भैरव भगवान के दर्शन करने के बाद भी मां के दर्शन पूर्ण माने जाते हैं. हर वर्ष नवरात्रि के नवमी पर्व पर बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचते हैं और पूजा- अर्चना के बाद व्रत खोलते हैं.

Intro:एंकर - धर्मनगरी हरिद्वार में आज नवरात्रि का नवमी पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है, हरिद्वार की अधिष्ठात्री कही जाने वाली मां माया देवी मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूर दूर से माँ माया देवी की पूजा अर्चना के लिए सुबह से ही पहुंच रहे हैं, ऐसा माना जाता है नवरात्र के दिनों में माँ माया देवी के दर्शन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है, ऐसे में नवरात्रि के आखिरी दिन नवमी के अवसर पर मां माया देवी मंदिर में भक्तों का ताता लगा हुआ है।


Body:VO- हरिद्वार की अधिष्ठात्री कही जाने वाली महामाया देवी मंदिर को 52 शक्तिपीठों में प्रथम माना जाता है, इसी मंदिर के नाम पर किसी समय में हरिद्वार को मायापुरी के नाम से भी जाना जाता था, नवरात्र के अवसर पर यहां माता का विशेष श्रृंगार किया जाता है जिसमें माता को फूलों से सजाया जाता है। वहीं मंदिर प्रांगण में ही विद्यमान हरिद्वार के कोतवाल कहे जाने वाले भगवान आनंद भैरव के मंदिर में भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं का ताता लगा हुआ है ऐसा माना जाता है कि महामाया देवी के दर्शन के बाद आनंद भैरव भगवान के दर्शन करने के बाद ही माँ माया देवी के दर्शन पूर्ण होते हैं। नवरात्रि के नवमी के पर्व पर बड़ी संख्या में वृत्ति यहां पहुंचते हैं एवं पूजा अर्चना के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं।



Conclusion:वाक थ्रू फ्रॉम माया देवी मंदिर


Byte - श्रद्धालु 


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