हल्द्वानी: जिले में बीतों दिन से हो रही भारी बरसात के चलते कुमाऊं की सबसे बड़ी गौला नदी उफान पर है. गौला नदी के उफान के चलते नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीण चिंतित हैं. ग्रामीणों की माने तो गौला नदी उफान के चलते किसानों की भूमि की कटान शुरू हो गई है. यही नहीं गौला नदी ने अपना विकराल रूप धारण किया हुआ है. ऐसे में सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए तटबंध भी बह चुके हैं.
पहाड़ों पर हुई भारी बरसात के चलते गौला बैराज डैम से नदी में करीब 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. ऐसे में गौला नदी का जलस्तर बढ़ गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते नदी में पानी का बहाव तेज होने से बिंदुखत्ता इलाके के दर्जनों किसानों की जमीनों को अपने चपेट में ले लिया है. ऐसे में किसान दहशत के साए में हैं. नदी लगातार अपनी रुख ग्रामीण इलाकों की ओर कर रही है. ग्रामीणों का कहना है कि नदी के उफान के चलते नदी के किनारे रहने वाले ग्रामीण अक्सर दहशत में रहते हैं.
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इतना ही नहीं जमीन का कटान रोकने के लिए बनाए गए तटबंध भी नदी के तेज बहाव में बह गए हैं. ऐसे में नदी लगातार किसानों की जमीनों को काटने में लगी हुई है. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि चैनल बनाकर गोला नदी का रुख बीचोंबीच किया जाए नहीं तो गोला नदी अपने आगोश में किसानों के सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि को समा लेगी.