हल्द्वानी: विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किए जा चुका है. जिसके बाद प्रदेश सरकार भी कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट पर है. कोरोना वायरस को देखते हुए प्रदेश के सभी स्कूलों कि 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों से भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से मना किया है. बावजूद इसके प्रदेश में हड़ताली कर्मचारियों पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है.
कोरोना वायरस के कहर को ठेंगा दिखाते हुए हड़ताली कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं. उप जिलाधिकारी की लाख कोशिशों के बाद भी हड़ताली कर्मचारी मानने को तैयार नहीं हैं. फिलहाल अभी तक प्रदेश में किसी तरह का ऐसा मामला सामने नहीं आया है. फिर भी एहतियात के तौर पर प्रशासन लगातार भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दे रहा है.
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इसके अलावा प्रशासन ने हड़ताली कर्मचारियों से अपील की है कि हड़ताल के दौरान अगर कोई वायरस से संक्रमित व्यक्ति आता है तो उसे हड़ताल में शामिल न किया जाए. गौरतलब है कि प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सरकारी कर्मचारी हल्द्वानी के पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में सामूहिक रूप से धरने पर बैठे हुए हैं.