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प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का उत्तराखंड में हुआ शुभारंभ

देवभूमि में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का मंगलवार को औपचारिक शुभारंभ किया गया. 15 फरवरी से शुरू हुई इस योजना के तहत श्रमिकों और मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन के रूप दिया जाएगा.

प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ
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Published : Mar 6, 2019, 5:11 AM IST

हल्द्वानी: देवभूमि में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का मंगलवार को औपचारिक शुभारंभ किया गया. 15 फरवरी से शुरू हुई इस योजना के तहत श्रमिकों और मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन के रूप दिया जाएगा. प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत अब तक 6 हजार 885 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है. जिसको लेकर उप श्रमायुक्त बिपिन कुमार का कहना है कि जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ

बता दें कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की के तहत श्रमिक और मजदूर वर्ग के लोगों को 60 साल की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन के रूप में दिया जाएगा. इस योजना की आयु सीमा 20 साल से 40 साल तक की है जिसमें मजदूरों को प्रतिमाह 55 रुपये की किस्त भरनी होगी.

पढ़ें:गढ़भोज को मिड-डे-मील में शामिल करने की उठी मांग

वहीं उत्तराखंड में इस योजना में अभी तक 6 हजार 885 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है. जिसमें टिहरी जिले में 374, अल्मोड़ा में 618, पिथौरागढ़ में 272, नैनीताल में 1219, देहरादून में 1049, हरिद्वार में 930, बागेश्वर में 138, उत्तरकाशी में 185, रुद्रप्रयाग में 196, पौड़ी में 822, उधम सिंह नगर में 601, चंपावत में 216 और चमोली में 265 मजदूरों का पंजीकरण शामिल है.
वहीं इस पूरे मामले में उप श्रमायुक्त बिपिन कुमार का कहना है कि योजना के अंतर्गत मजदूरों का लगातार पंजीकरण किया जा रहा है. जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है.

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हल्द्वानी: देवभूमि में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का मंगलवार को औपचारिक शुभारंभ किया गया. 15 फरवरी से शुरू हुई इस योजना के तहत श्रमिकों और मजदूरों को 60 साल की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन के रूप दिया जाएगा. प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत अब तक 6 हजार 885 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है. जिसको लेकर उप श्रमायुक्त बिपिन कुमार का कहना है कि जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है.

प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ

बता दें कि प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की के तहत श्रमिक और मजदूर वर्ग के लोगों को 60 साल की उम्र के बाद प्रतिमाह 3000 रुपये पेंशन के रूप में दिया जाएगा. इस योजना की आयु सीमा 20 साल से 40 साल तक की है जिसमें मजदूरों को प्रतिमाह 55 रुपये की किस्त भरनी होगी.

पढ़ें:गढ़भोज को मिड-डे-मील में शामिल करने की उठी मांग

वहीं उत्तराखंड में इस योजना में अभी तक 6 हजार 885 श्रमिकों का पंजीकरण किया गया है. जिसमें टिहरी जिले में 374, अल्मोड़ा में 618, पिथौरागढ़ में 272, नैनीताल में 1219, देहरादून में 1049, हरिद्वार में 930, बागेश्वर में 138, उत्तरकाशी में 185, रुद्रप्रयाग में 196, पौड़ी में 822, उधम सिंह नगर में 601, चंपावत में 216 और चमोली में 265 मजदूरों का पंजीकरण शामिल है.
वहीं इस पूरे मामले में उप श्रमायुक्त बिपिन कुमार का कहना है कि योजना के अंतर्गत मजदूरों का लगातार पंजीकरण किया जा रहा है. जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है.

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Intro: स्लग-प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना में प्रदेश के 6885 श्रमिक पंजीकरण।
रिपोर्टर- भावनाथ पंडित /हल्द्वानी
एंकर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज श्रम योगी मानधन योजना का विधवात शुभारंभ किया। लेकिन 15 फरवरी से शुरू हुई इस योजना में प्रदेश में अभी तक मात्र 6885 श्रमिक पंजीकरण हो पाए हैं। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह योजना दम तोड़ता नजर आ रहा है ।


Body:देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रमिकों और मजदूरों के उत्थान के लिए कई योजनाएं लाई गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असंगठित कामगारों के लिए आज प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की शुरुआत की मजदूरों के 60 साल के उम्र के बाद उनको ₹3000 प्रतिमाह पेंशन दिया जाए। जिसको लेकर सरकार ने इस योजना के शुभारंभ 15 फरवरी को कर दिया था। सरकार द्वारा सभी श्रमायुक्त को निर्देशित किया गया था कि इस योजना के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को जोड़ा जाए जिससे कि उनको बुढ़ापे में पेंशन का सहारा दिया जा सके। इस योजना के लाभ सरकार ने उम्र सीमा 20 साल से लेकर 40 साल तक रखा है जिसमें मजदूरों को प्रतिमाह ₹55 जमा करने हैं।

बात उत्तराखंड की करे तो बात उत्तराखंड कीकर तो इसी योजना में अभी तक 6885 श्रमिक ही लिखे पंजीकरण हो पाए है।
आंकड़े की गौर करें तो
टिहरी जिले में 374 अल्मोड़ा में 618 पिथौरागढ़ में 272 नैनीताल में 1219 देहरादून में 1049 हरिद्वार में 930 बागेश्वर में 138 उत्तरकाशी में 185 रुद्रप्रयाग में 196 पौड़ी में 822 उधम सिंह नगर में 601 चंपावत में 216 चमोली में 265 मजदूरों के ही मात्र पंजीकरण किए गए हैं।


Conclusion:ऐसे में सवाल उठता है कि 15 फरवरी से शुरुआत हुई इस योजना में मात्र अभी तक 6885 मजदूरों का पंजीकरण होना अधिकारियों की लापरवाही साफ दर्शाता है। वह इस पूरे मामले में उप श्रमायुक्त विपिन कुमार का कहना है कि योजना के अंतर्गत मजदूरों को लगातार पंजीकरण किया जा रहा है जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं लोगों का पंजीकरण किया जा रहा है।
बाइट -बिपिन कुमार उप श्रमायुक्त
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