हल्द्वानी: चुनाव आए और देश में नेता जी भगवान को याद न करें ऐसा हो नहीं सकता. अब देवभूमि में भी नेताओं ने अपनी नैया पार लगाने के लिए भगवान का सहारा ले लिया है, लेकिन इस बार किस्सा बहुत ही दिलचस्प है.
दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने नैनीताल से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत को एकलू वानर कहा था. ऐसे में अब कोश्यारी को घेरने के लिए हरीश रावत हनुमान जी की शरण में चले गए हैं. रावत रोज सुबह उठकर हनुमान मंदिर जाते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. हालांकि उनके करीबियों की मानें तो हरीश रावत पहले से ही धार्मिक प्रवृत्ति के हैं.
वहीं मामले में हरीश रावत ने कहा कि जब से भाजपा ने उनको वानर कहा तब से वो बजरंगबली के चरणों में पहुंचकर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो हनुमान जी की तरह भाजपा की लंका तो नहीं जलाएंगे लेकिन भाजपा को उलटा-पुलटा जरूर कर देंगे.
रावत ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में जिस तरह जनता का समर्थन और प्यार उनको मिल रहा है, उससे निश्चित है कि ना सिर्फ उनकी जीत होगी बल्कि वो उत्तराखंड को बचाने में भी सफल होंगे. उन्होंने त्रिवेंद्र सरकार पर उत्तराखंड के विकास कार्यों को रोकने का भी आरोप लगाया.
ऐसे में देखा जाए तो जिस तरह पीएम मोदी ने 'चाय वाले' की टैगलाइन को 2014 के चुनावों में जमकर भुनाया था, वैसे ही रावत भी अब 'एकलू वानर' के टैगलाइन को भुनाने में जुट गए हैं.