हल्द्वानी: सरकारी विभागों में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर विजिलेंस डिपार्टमेंट बराबर नजर बनाए हुए है. जिसके कारण अब सरकारी कर्मचारियों के रिश्वत लेने के मामलों में कमी आ रही है. कुमाऊं मंडल के सतर्कता (विजिलेंस) विभाग ने पिछले 5 सालों में भ्रष्टाचार के 27 मामलों को ट्रैप किया. जिसमें 30 लोगों को रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़ा गया. जबकि पिछले 5 सालों से पहले के मामलों में अभी तक 17 लोगों को सजा दिलाई जा चुकी है.
एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव विजिलेंस (सतर्कता) ने बताया कि भ्रष्टाचार की शिकायत पर विजिलेंस विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता रहता है. उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों में भ्रष्टाचार के 27 मामले दर्ज किए गए हैं. इन सभी मामलों में ट्रैप करते हुए 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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एसपी विजिलेंस ने बताया कि 2015 में 7 मामले, जबकि 2016 में 9, 2017 में 3, 2018 में 5 और 2019 में अक्टूबर तक 3 मामले दर्ज किए गए हैं. उन्होंने बताया कि 2016 से पहले के मामलों में 17 लोगों को सजा सुनाई जा चुकी है, जबकि अन्य मामलों में सुनवाई चल रही है. एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव ने बताया कि इसके अलावा 24 घोटाले और भ्रष्टाचार के मामलों में शासन स्तर पर जांच चल रही है. जिसमें 16 जांच खुली है, जबकि आठ जांचों में रिपोर्ट शासन को भेजी जा चुकी है. जबकि 3 जांच के मामले घोटाले और पद का दुरुपयोग करने से जुड़े हैं.
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अमित श्रीवास्तव ने बताया कि रिश्वत नहीं देने के लिए समय-समय पर जन जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा सभी विभागों में नोटिस बोर्ड भी लगवाये गये हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकारी कर्मचारी के रिश्वत लेने की शिकायत मिलती है तो टोल फ्री नंबर 1800 180-6666 पर भी शिकायत कर सकते हैं.