हल्द्वानी: राजकीय मेडिकल कॉलेज परिसर में करोड़ों की लागत से बना ऑडिटोरियम खंडहर में तब्दील हो रहा है. जिसके चलते ये ऑडिटोरियम अब नशेड़ियों का अड्डा भी बन गया है. साल 2007 में बने इस ऑडिटोरियम का शिलान्यास तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने किया था. लेकिन बजट के अभाव के चलते 11 साल बाद भी इस ऑडिटोरियम का काम अधूरा पड़ा है.
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साल 2007 में महज 12 करोड़ के अनुमानित बजट से शुरू हुए इस ऑडिटोरियम की कीमत आज 45 करोड़ रुपये पहुंच गई है. वहीं इस ऑडिटोरियम को बनाने के लिए अब तक 37 करोड़ रुपये भी खर्च हो चुके हैं. बावजूद मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम का काम अधर में लटका हुआ है.
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इस मामले में राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रकाश चंद्र भैसोड़ा ने बताया कि शासन को इस समस्या से अवगत करा दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि शासन को बजट का प्रस्ताव भेज दिया गया है और इसपर बातचीत चल रही है.