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मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में अखिल भारतीय सफाई संघ, हड़ताल की दी चेतावनी

मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने सोमवार को नगर निगम में प्रदर्शन किया. साथ ही मजदूर संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि मांगें नहीं माने जाने पर 10 जुलाई से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम प्रशासन की होगी.

मोहल्ला स्वच्छता समिति का विरोध करते भारतीय सफाई मजदूर संघ के लोग.
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Published : Jul 1, 2019, 6:28 PM IST

देहरादून: नगर में मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने सोमवार को नगर निगम में प्रदर्शन किया. साथ ही निगम प्रशासन से इस निर्णय को निरस्त करने कि मांग की. वहीं मजदूर संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो 10 जुलाई से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. जिसका पूरा जिम्मेदार नगर निगम प्रशासन होगा.

मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में उतरा भारतीय सफाई मजदूर संघ.

बता दें कि बीतें 29 जून को मेयर सुनील उनियाल गामा ने सभी पार्षदों की बैठक बुलाकर नगर निगम के 100 वार्डों में मोहल्ला स्वच्छता समितियां गठित करने की निर्देश दिए थे. जिसके चलते समितियों को 1 जुलाई से सफाई का काम शुरू करना है. वहीं सामान्य वार्ड के लिए 5 सफाई कर्मचारी और बड़े वार्ड के लिए 8 सफाई कर्मचारी रखे गए हैं. साथ ही मेयर ने पार्षदों को मोहल्ला स्वच्छता समिति के नाम से खाता खुलवाने और हर महीने भुगतान की धनराशि जमा कराने के निर्देश दिए हैं.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड के पारंपरिक और हथकरघा सामान की बाजार में भारी मांग, आदिवासी मंत्रालय दे रहा है बढ़ावा

अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ के शाखा अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मेयर द्वारा मोहल्ला स्वच्छता समिति की व्यवस्था करना शासनादेश का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि 15 जून 2011 को सचिव शहरी विकास मंत्री ने कर्मचारियों के खाते में रुपये देने के निर्देश दिए थे. वहीं अब नई व्यवस्था में नियुक्ति ओर वेतन की जिम्मेदारी पार्षद को दे दी गई है. साथ ही कहा कि इस व्यवस्था से सफाई कर्मचारियों का शोषण होगा. जिसके विरोध में आज नगर निगम में प्रदर्शन किया है. मांग पूरी नहीं होने पर सभी सफाई कर्मचारी के लिए हड़ताल करना मजबूरी हो जाएगी.

देहरादून: नगर में मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ ने सोमवार को नगर निगम में प्रदर्शन किया. साथ ही निगम प्रशासन से इस निर्णय को निरस्त करने कि मांग की. वहीं मजदूर संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो 10 जुलाई से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे. जिसका पूरा जिम्मेदार नगर निगम प्रशासन होगा.

मोहल्ला स्वच्छता समिति के विरोध में उतरा भारतीय सफाई मजदूर संघ.

बता दें कि बीतें 29 जून को मेयर सुनील उनियाल गामा ने सभी पार्षदों की बैठक बुलाकर नगर निगम के 100 वार्डों में मोहल्ला स्वच्छता समितियां गठित करने की निर्देश दिए थे. जिसके चलते समितियों को 1 जुलाई से सफाई का काम शुरू करना है. वहीं सामान्य वार्ड के लिए 5 सफाई कर्मचारी और बड़े वार्ड के लिए 8 सफाई कर्मचारी रखे गए हैं. साथ ही मेयर ने पार्षदों को मोहल्ला स्वच्छता समिति के नाम से खाता खुलवाने और हर महीने भुगतान की धनराशि जमा कराने के निर्देश दिए हैं.

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अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ के शाखा अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मेयर द्वारा मोहल्ला स्वच्छता समिति की व्यवस्था करना शासनादेश का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि 15 जून 2011 को सचिव शहरी विकास मंत्री ने कर्मचारियों के खाते में रुपये देने के निर्देश दिए थे. वहीं अब नई व्यवस्था में नियुक्ति ओर वेतन की जिम्मेदारी पार्षद को दे दी गई है. साथ ही कहा कि इस व्यवस्था से सफाई कर्मचारियों का शोषण होगा. जिसके विरोध में आज नगर निगम में प्रदर्शन किया है. मांग पूरी नहीं होने पर सभी सफाई कर्मचारी के लिए हड़ताल करना मजबूरी हो जाएगी.

Intro:नगर निगम बोर्ड ने हर वार्डो में पार्षदो की अध्यक्षता में मोहल्ला स्वच्छता समिति में कर्मचारी रखने का निर्णय लिया है।बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ आज अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ ने मोहल्ला स्वच्छता समिति को निरस्त करने की मांग को लेकर नगर निगम में प्रदर्शन किया।साथ ही प्रदर्शन के दौरान शाखा अध्यक्ष ने कहा कि बोर्ड की इस निर्णय से कर्मचारियों का शोषण है।साथ ही संघ सफाई कर्मचारियों के इस उत्पीड़न और निर्णय को निरस्त करने की मांग करता है।ओर अगर नगर निगम प्रशासन द्वारा इस निर्णय को निरस्त नही किया जाता है तो 10 जुलाई से सभी सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जायेंगे।जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व नगर निगम प्रशासन का होगा।


Body:बता दे कि नगर निगम की बोर्ड में निर्णय लेने के बाद 29 जून में मेयर सुनील उनियाल गामा ने सभी पार्षदों की बैठक बुलाकर नगर निगम के 100 वार्डों में मोहल्ला स्वच्छता समितियां गठित करने की निर्देश दिए हैं।यह समितियां 1 जुलाई से सफाई का काम शुरू करेगी। सामान्य वार्ड के लिए 5 सफाई कर्मचारी और बड़े वार्ड के लिए 8 सफाई कर्मचारी दिए जाएंगे। साथ ही पार्षदों को मोहल्ला स्वच्छता समिति के नाम से खाता भी खुलवाना पड़ेगा जिसमें हर महीने भुगतान की धनराशि जमा कराई जाएगी।
नगर निगम मोहल्ला स्वच्छता समिति के कारण ठेके पर कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है।जिस कारण नगर निगम में सफाई कर्मचारियों के साथ शोषण होगा।


Conclusion:अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ के शाखा अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि 29 जून को मेयर द्वारा पार्षदो की एक बैठक ली गई थी।जिसमे निर्देश दिए गए कि एक जुलाई से नगर निगम के समस्त वार्डो में कम से कम 5 और अधिकतम 8 सफाई कर्मचारी मोहल्ला स्वच्छता समिति के माध्यम से रखे जाएंगे।मोहल्ला स्वच्छता समिति की जो व्यवस्था दी है वह शासनादेश का उल्लंघन है क्योंकि 15 जून 2011 सचिव शहरी विकास मंत्री से आदेश कराये गए थे कि जो पहले से कार्यरत स्वच्छता समिति के कर्मचारियों को समय से वेतन नही मिल रहा था।इसलिए हमने शासनादेश कराया।ओर तत्कालीन मेयर ने भी बोर्ड की में कर्मचारियों के खाते में रुपय आने के निर्देश दिए गए थे।ओर अब नई व्यवस्था में नियुक्ति ओर वेतन की ज़िम्मेदारी पार्षद को दे दी है।जोकि इस तरह की व्यवस्था से सफाई कर्मचारियों का शोषण होगा।

बाइट-राजेश कुमार(शाखा अध्यक्ष,अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ )
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