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मुंबई में 3 दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर का आयोजन, पर्यटन मंत्री महाराज ने किया शुभारंभ

मुंबई में 3 दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर का पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और महाराष्ट्र की पर्यटन राज्य मंत्री अदिति ठाकरे ने शुभारंभ किया. इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर में 55 स्टाल, मंडपों में उत्तराखंड सहित 16 राज्यों के लगभग 108 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं.

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Published : Sep 29, 2021, 8:13 PM IST

देहरादून/मुंबईः तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) का बुधवार को माया नगरी मुंबई में उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और महाराष्ट्र की पर्यटन राज्य मंत्री अदिति ठाकरे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. इस इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर में 55 स्टाल, मंडपों में उत्तराखंड सहित 16 राज्यों के लगभग 108 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं. जिसमे निजी होटल, ट्रैवल, एडवेंचर व्यवसायियों की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं.

टूरिज्म फेयर के पहले दिन ही उत्तराखंड पर्यटन के स्टॉलों पर लोगों का विशेष आकर्षण बना रहा. इन स्टॉलों में योगासन, राफ्टिंग, साइकिलिंग आदि का डेमोस्टेशन भी दिया जा रहा है. इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर के शुभारंभ के मौके पर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में विंटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. इसको ध्यान में रखते हुए इस साल भी उत्तराखंड पर्यटन पर्यटकों के लिए विशेष तैयारियों में जुटा है.

ये भी पढ़ेंः बुधवार को 2,306 श्रद्धालुओं ने किए चारधाम के दर्शन, अब तक 25,811 कर चुके दर्शन

सतपाल महाराज ने बताया कि धार्मिक पर्यटन के साथ शीतकालीन पर्यटन और साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पर्यटन की ओर से जिला प्रशासन के साथ मिलकर नैनीताल, भीमताल, पंगोट, मसूरी समेत कई स्थानों पर विंटर कार्निवाल आयोजित किया जाता है. पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड का औली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ स्कीइंग के लिए भी बेहद लोकप्रिय है. जबकि, ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए केदारकंठ ट्रैक भी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में ही है. ऐसे ही चकराता, नाग टिब्बा, मसूरी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ की सुंदरता देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है.

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर महीने में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं. लेकिन सर्दियों के मौसम में चारों धामों के आसपास कई सुंदर पर्यटन स्थल हैं, जो देश-दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. उन्होंने कहा कि सर्दियों में भगवान केदारनाथ की पूजा ऊखीमठ, बदरीनाथ की पूजा पांडुकेश्वर, मां गंगोत्री की पूजा मुखवा और यमनोत्री की पूजा खरसाली में करते हुए श्रद्धालु व पर्यटक यहां के रमणीय दृश्यों का आनंद ले सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः बुग्यालों पर लगी रोक को हटाने के लिए सरकार ने कसी कमर, जानकार वकीलों का पैनल तैयार

वहीं, उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि मुंबई से हर साल लाखों पर्यटक उत्तराखंड का रूख करते हैं. कोरोनाकाल में पर्यटकों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखंड सरकार ने होमस्टे योजना पर तेजी से काम किया है. जहां पर्यटक अपनी आरामदायक छुट्टियां बिताने के साथ वर्क फ्रॉम होम भी कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि बीते कुछ सालों में सरकार ने उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया है. कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रख उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों को एक बार फिर से शुरू किया गया है.

देहरादून/मुंबईः तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) का बुधवार को माया नगरी मुंबई में उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और महाराष्ट्र की पर्यटन राज्य मंत्री अदिति ठाकरे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया. इस इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर में 55 स्टाल, मंडपों में उत्तराखंड सहित 16 राज्यों के लगभग 108 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं. जिसमे निजी होटल, ट्रैवल, एडवेंचर व्यवसायियों की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं.

टूरिज्म फेयर के पहले दिन ही उत्तराखंड पर्यटन के स्टॉलों पर लोगों का विशेष आकर्षण बना रहा. इन स्टॉलों में योगासन, राफ्टिंग, साइकिलिंग आदि का डेमोस्टेशन भी दिया जा रहा है. इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर के शुभारंभ के मौके पर उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में विंटर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. इसको ध्यान में रखते हुए इस साल भी उत्तराखंड पर्यटन पर्यटकों के लिए विशेष तैयारियों में जुटा है.

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सतपाल महाराज ने बताया कि धार्मिक पर्यटन के साथ शीतकालीन पर्यटन और साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पर्यटन की ओर से जिला प्रशासन के साथ मिलकर नैनीताल, भीमताल, पंगोट, मसूरी समेत कई स्थानों पर विंटर कार्निवाल आयोजित किया जाता है. पर्यटन मंत्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड का औली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ स्कीइंग के लिए भी बेहद लोकप्रिय है. जबकि, ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए केदारकंठ ट्रैक भी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में ही है. ऐसे ही चकराता, नाग टिब्बा, मसूरी, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ की सुंदरता देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है.

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर महीने में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं. लेकिन सर्दियों के मौसम में चारों धामों के आसपास कई सुंदर पर्यटन स्थल हैं, जो देश-दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. उन्होंने कहा कि सर्दियों में भगवान केदारनाथ की पूजा ऊखीमठ, बदरीनाथ की पूजा पांडुकेश्वर, मां गंगोत्री की पूजा मुखवा और यमनोत्री की पूजा खरसाली में करते हुए श्रद्धालु व पर्यटक यहां के रमणीय दृश्यों का आनंद ले सकते हैं.

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वहीं, उत्तराखंड के पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि मुंबई से हर साल लाखों पर्यटक उत्तराखंड का रूख करते हैं. कोरोनाकाल में पर्यटकों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए उत्तराखंड सरकार ने होमस्टे योजना पर तेजी से काम किया है. जहां पर्यटक अपनी आरामदायक छुट्टियां बिताने के साथ वर्क फ्रॉम होम भी कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि बीते कुछ सालों में सरकार ने उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया है. कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रख उत्तराखंड में पर्यटन गतिविधियों को एक बार फिर से शुरू किया गया है.

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