देहरादून: कोरोना कर्फ्यू (corona curfew) लगाने के बाद उत्तराखंड (uttarakhand corona curfew) में संक्रमण की रफ्तार कम हुई है. हालांकि मौत के आंकड़ों में कोई खास गिरावट नहीं देखी गई है. कोरोना कर्फ्यू की वजह से व्यापारियों को भी काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. कोरोना कर्फ्यू (corona curfew uttarakhand) को लेकर सरकार भी विचार कर रही है, लेकिन सरकार की तरफ से जो संकेत मिल रहे हैं, उसे देखकर तो यही लगता है कि राज्य में एक जून के बाद एक बार फिर सरकार कोरोना कर्फ्यू बढ़ा सकती है.
कोरोना कर्फ्यू में सख्ती का असर भी देखने को मिला है. जैसे-जैसे सख्ती बढ़ाई गई कोरोना के नए मामले नीचे आ गए. पिछले 24 घंटे में 2000 से भी कम मामले प्रदेश में मिले हैं. प्रदेश में काफी हदतक कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाया जा चुका है. बावजूद इसके सरकार अभी कोई जोखिम उठाने को तैयार नहीं है. क्योंकि सरकार की तरफ से जो संकेत मिल रहे हैं, उसके मुताबिक प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू एक हफ्ते और बढ़ाया जा सकता है.
सरकार के शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल (subodh uniyal) से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं. लेकिन अभी भी अलार्मिंग सिचुएशन है. लिहाजा किसी भी स्थिति में संक्रमण को कम करने के लिए राज्य सरकार तैयार है. इसके लिए सरकार अपनी खराब वित्तीय स्थितियों की भी चिंता न करते हुए लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है.
शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि अलार्मिंग सिचुएशन (alarming situation) पर भी सरकार कर्फ्यू को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. मामले बिल्कुल कम होने की स्थिति में ही कर्फ्यू हटाया जाएगा.