ETV Bharat / city

देहरादून में नौकरी करता था आतंकी नदीम, नूपुर शर्मा की हत्या की रच रहा था साजिश - Terrorist Nadeem who is planning to kill Nupur Sharma

यूपी एटीएस ने सहारनपुर से आतंकी मुहम्मद नदीम को गिरफ्तार किया है. एटीएस का कहना है कि नदीम पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से जुड़ा हुआ था. नदीम को बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या करने का टास्क दिया गया था. नदीम पहले देहरादून में नौकरी करता था. यहां उसकी कश्मीरी युवक से मुलाकात हुई थी. इसके बाद से उसका चाल चलन और रंग ढंग बदल गए थे.

Nadeem internet call
आतंकी नदीम
author img

By

Published : Aug 13, 2022, 3:49 PM IST

सहारनपुर/देहरादून: यूपी के थाना गंगोह इलाके से जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नदीम की गिरफ्तारी से सहारनपुर जिला एक बार फिर सुर्खियों में आया है. यूपी ATS की टीम ने आतंकी संगठन से जुड़े नदीम को गांव कुंडा कलां से गिरफ्तार किया है. ATS की पूछताछ में नदीम ने जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान आतंकी संगठनों के लिए काम करना स्वीकार किया है. जैश-ए-मोहम्मद की ओर से उसे बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या करने का टास्क दिया गया था.

रात भर फोन से चिपका रहता था नदीम: परिजनों की मानें तो नदीम रात भर फोन पर बातें करता रहता था. लेकिन, किससे बात करता था, उसकी उन्हें जानकारी नहीं थी. नदीम फोन कॉल के अलावा व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर भी लगा रहता था. लेकिन जब भी इस बारे में उससे कुछ पूछा जाता था तो वह इन बातों को हमेशा टाल देता था. हालांकि ATS को नदीम के पास से संदिग्ध सामान और पाकिस्तान के मोबाइल नंबर भी मिले हैं.

देहरादून में नौकरी करता था आतंकी नदीम

नूपुर शर्मा की हत्या कर पाकिस्तान भागने का था प्लान: सूत्रों की मानें तो नदीम इस टास्क को पूरा करने के बाद पाकिस्तान जाना चाहता था. लेकिन समय रहते ATS की टीम ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. यूपी ATS को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि, सहारनपुर के गांव कुंडा कलां से पाकिस्तान के नंबरों पर लगातार बात हो रही है. ATS ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 8 अगस्त को थाना गंगोह इलाके गांव कुंडा में दबिश देकर नदीम और तैमूर नाम के दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया था. ATS की टीम दोनों भाइयों को लखनऊ ले गई. जहां उनसे पूछताछ की गई तो कई बड़े खुलासे हुए हैं. नदीम ने जहां जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान से संबंध होना स्वीकार किया है. वहीं, विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में आई बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश भी कबूल की है. हालांकि ATS ने तैमूर के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है.

देहरादून में नौकरी करता था नदीम: ग्रामीणों के अनुसार नदीम दो साल पहले उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नौकरी करता था. जिस कंपनी में नदीम नौकरी करता था, वहां उसकी मुलाकात एक कश्मीरी युवक से हुई थी. इसके बाद नदीम कश्मीरी युवक के साथ ही किराए पर रहने लगा था. बाद में वह गांव लौट आया. खास बात तो यह है कि, गांव में उसका कोई दोस्त नहीं था. इसके चलते वह किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करता था. लेकिन जब ग्रामीणों एवं पड़ोसियों को नदीम का आतंकी संगठनों से संबंध पता चला तो पूरा गांव हैरान हो गया. ग्रामीणों के मुताबिक नदीम किसी से दोस्ती करना पसंद नहीं करता था. वह अपने गांव में रहकर अपने देश के खिलाफ साजिश रच रहा था, इस बात का उन्हें जरा भी विश्वास नहीं हो रहा.
इसे भी पढ़ें- 'सिर तन से जुदा' करने की धमकी मामले में CM धामी से मिलीं साध्वी प्राची, ओवैसी पर भी जमकर बरसीं

सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है आतंकी नदीम: नदीम के पिता नफीस ने बताया कि, मूल रूप से वे थाना सरसावा इलाके गांव ढिक्का कलां के रहने वाले हैं. उनके ससुर को कोई बेटा नहीं था तो उन्होंने दामाद नफीस को ही अपने पास रहने के लिए बुला लिया था. करीब 40 साल पहले वह अपने परिवार को लेकर अपनी ससुराल कुंडा कलां में आकर रह रहा था. उन्होंने बताया कि, उनका बेटा नदीम महज कक्षा आठ तक पढ़ा हुआ है. लेकिन मोबाइल पर इंटरनेट चलाने की पूरी जानकारी रखता है. देहरादून से नौकरी छोड़ कर आने बाद वह दिन रात मोबाइल में ही लगा रहता था. आतंकी संगठनों से उसके सबंध है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

नेट कॉल के जरिए पाकिस्तान से आतंकी ट्रेनी लेता था नदीम: नफीस ने बताया कि, पाकिस्तान में उनकी रिश्तेदारी है. नफीस की पत्नी की एक बुआ पाकिस्तान के जिला खरखौदा और दूसरी नवाबशाह पिण्ड में रहती है. जबकि नफीस की बुआ पाकिस्तान के कुशुर गांव बरखी में रहती हैं. लेकिन नदीम और तैमूर कभी उनके यहां नहीं गए. ATS के अनुसार नदीम पाकिस्तान में इंटरनेट कॉल पर बात करता था. इतना ही नहीं नेट कॉल पर वह आतंकी संगठनों से आतंकी ट्रेनिंग भी ले रहा था.

पाकिस्तान में रहते हैं नदीम के रिश्तेदार: नदीम के पिता ने बताया कि, वह कई बार पाकिस्तान में रह रहे रिश्तेदारों के यहां जाने की जिद करता था. लेकिन हर बार वह उसको टाल देते थे. ATS खुलासे में पता चला कि नदीम रिश्तेदारी की आड़ में पाकिस्तान जाकर आतंकी संगठनों से स्पेशल ट्रेनिंग लेने की फिराक में था. व्हाट्सएप कॉल पर इस बात की सच्चाई सामने आई है. आतंकी संगठन नदीम को पाकिस्तान बुलाने के लिए पैसों का लालच भी दे रहे थे.

सहारनपुर/देहरादून: यूपी के थाना गंगोह इलाके से जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नदीम की गिरफ्तारी से सहारनपुर जिला एक बार फिर सुर्खियों में आया है. यूपी ATS की टीम ने आतंकी संगठन से जुड़े नदीम को गांव कुंडा कलां से गिरफ्तार किया है. ATS की पूछताछ में नदीम ने जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान आतंकी संगठनों के लिए काम करना स्वीकार किया है. जैश-ए-मोहम्मद की ओर से उसे बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या करने का टास्क दिया गया था.

रात भर फोन से चिपका रहता था नदीम: परिजनों की मानें तो नदीम रात भर फोन पर बातें करता रहता था. लेकिन, किससे बात करता था, उसकी उन्हें जानकारी नहीं थी. नदीम फोन कॉल के अलावा व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर भी लगा रहता था. लेकिन जब भी इस बारे में उससे कुछ पूछा जाता था तो वह इन बातों को हमेशा टाल देता था. हालांकि ATS को नदीम के पास से संदिग्ध सामान और पाकिस्तान के मोबाइल नंबर भी मिले हैं.

देहरादून में नौकरी करता था आतंकी नदीम

नूपुर शर्मा की हत्या कर पाकिस्तान भागने का था प्लान: सूत्रों की मानें तो नदीम इस टास्क को पूरा करने के बाद पाकिस्तान जाना चाहता था. लेकिन समय रहते ATS की टीम ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया. यूपी ATS को खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिला था कि, सहारनपुर के गांव कुंडा कलां से पाकिस्तान के नंबरों पर लगातार बात हो रही है. ATS ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 8 अगस्त को थाना गंगोह इलाके गांव कुंडा में दबिश देकर नदीम और तैमूर नाम के दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया था. ATS की टीम दोनों भाइयों को लखनऊ ले गई. जहां उनसे पूछताछ की गई तो कई बड़े खुलासे हुए हैं. नदीम ने जहां जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान से संबंध होना स्वीकार किया है. वहीं, विवादित बयानों के चलते सुर्खियों में आई बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की हत्या की साजिश भी कबूल की है. हालांकि ATS ने तैमूर के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है.

देहरादून में नौकरी करता था नदीम: ग्रामीणों के अनुसार नदीम दो साल पहले उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में नौकरी करता था. जिस कंपनी में नदीम नौकरी करता था, वहां उसकी मुलाकात एक कश्मीरी युवक से हुई थी. इसके बाद नदीम कश्मीरी युवक के साथ ही किराए पर रहने लगा था. बाद में वह गांव लौट आया. खास बात तो यह है कि, गांव में उसका कोई दोस्त नहीं था. इसके चलते वह किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करता था. लेकिन जब ग्रामीणों एवं पड़ोसियों को नदीम का आतंकी संगठनों से संबंध पता चला तो पूरा गांव हैरान हो गया. ग्रामीणों के मुताबिक नदीम किसी से दोस्ती करना पसंद नहीं करता था. वह अपने गांव में रहकर अपने देश के खिलाफ साजिश रच रहा था, इस बात का उन्हें जरा भी विश्वास नहीं हो रहा.
इसे भी पढ़ें- 'सिर तन से जुदा' करने की धमकी मामले में CM धामी से मिलीं साध्वी प्राची, ओवैसी पर भी जमकर बरसीं

सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है आतंकी नदीम: नदीम के पिता नफीस ने बताया कि, मूल रूप से वे थाना सरसावा इलाके गांव ढिक्का कलां के रहने वाले हैं. उनके ससुर को कोई बेटा नहीं था तो उन्होंने दामाद नफीस को ही अपने पास रहने के लिए बुला लिया था. करीब 40 साल पहले वह अपने परिवार को लेकर अपनी ससुराल कुंडा कलां में आकर रह रहा था. उन्होंने बताया कि, उनका बेटा नदीम महज कक्षा आठ तक पढ़ा हुआ है. लेकिन मोबाइल पर इंटरनेट चलाने की पूरी जानकारी रखता है. देहरादून से नौकरी छोड़ कर आने बाद वह दिन रात मोबाइल में ही लगा रहता था. आतंकी संगठनों से उसके सबंध है, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है.

नेट कॉल के जरिए पाकिस्तान से आतंकी ट्रेनी लेता था नदीम: नफीस ने बताया कि, पाकिस्तान में उनकी रिश्तेदारी है. नफीस की पत्नी की एक बुआ पाकिस्तान के जिला खरखौदा और दूसरी नवाबशाह पिण्ड में रहती है. जबकि नफीस की बुआ पाकिस्तान के कुशुर गांव बरखी में रहती हैं. लेकिन नदीम और तैमूर कभी उनके यहां नहीं गए. ATS के अनुसार नदीम पाकिस्तान में इंटरनेट कॉल पर बात करता था. इतना ही नहीं नेट कॉल पर वह आतंकी संगठनों से आतंकी ट्रेनिंग भी ले रहा था.

पाकिस्तान में रहते हैं नदीम के रिश्तेदार: नदीम के पिता ने बताया कि, वह कई बार पाकिस्तान में रह रहे रिश्तेदारों के यहां जाने की जिद करता था. लेकिन हर बार वह उसको टाल देते थे. ATS खुलासे में पता चला कि नदीम रिश्तेदारी की आड़ में पाकिस्तान जाकर आतंकी संगठनों से स्पेशल ट्रेनिंग लेने की फिराक में था. व्हाट्सएप कॉल पर इस बात की सच्चाई सामने आई है. आतंकी संगठन नदीम को पाकिस्तान बुलाने के लिए पैसों का लालच भी दे रहे थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.