देहरादून: प्रदेश के जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर बीते 4 जून से आंदोलनरत हैं. जिसके चलते मंगलवार को शिक्षक संघ के कर्मचारी विधानसभा कूच करने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने विधानसभा से पहले ही प्रदर्शनकारियों को रोक दिया. इस दौरान शिक्षक संघ कर्मचारियों और पुलिस में नोक-झोंक भी हुई. जिसके बाद नाराज शिक्षक सड़क पर बैठ कर अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
बता दें कि जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ अपनी मांगों को लेकर 4 जून से आंदोलनरत है. जिसके चलते शिक्षक संघ ने बीते 18 जून को निदेशालय का घेराव भी किया था. लेकिन कोई नतीजा ना निकलने के चलते मंगलवार को शिक्षक संघ के कर्मचारियों ने विधानसभा कूच किया. इस दौरान सरकार पर आरोप लगाया कि ठोस जांच के बिना विभागों और विद्यालयों का एकीकरण किया जा रहा है. जिससे सदृढ़ शैक्षिक व्यवस्था ध्वस्त की जा रही है. सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है. वहीं शिक्षकों ने मांग की है कि प्रदेश में चल रहे अलग-अलग शिक्षा निदेशालयों का देशहित में एकीकरण किया जाए ताकि प्रदेश को धन की बर्बादी से बचाया जा सके.
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इस दौरान प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने बताया कि बीते 27 मई 2019 में उत्तराखंड शासन के शासनादेश द्वारा बिना नीति, सेवा शर्तों के ही उच्चीकृत जूनियर विद्यालयों से शिक्षकों को एक तरफा हटाया गया है. इस शासनादेश से प्रदेश के 4 हजार शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं और माध्यमिक के द्वारा संचालित किए जाने का शासनादेश जल्द से जल्द निरस्त किया जाना चाहिए.