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दून की बेटी तान्या चड्डा को 'द डायना अवार्ड' से किया गया सम्मानित, इस क्षेत्र में कर रहीं ये बड़ा काम

डायना अवॉर्ड पाने वाली तान्या बीते कुछ सालों से नई दिल्ली में एक निजी संस्था के साथ जुड़कर मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही हैं. 23 वर्षीय समाज सेविका तान्या का परिवार देहरादून के सहसत्रधारा में रहता है.

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Published : Aug 26, 2019, 7:57 PM IST

Updated : Aug 26, 2019, 9:03 PM IST

दून बेटी तान्या चड्डा को 'द डायना अवार्ड' से किया गया सम्मानित

देहरादून: राजधानी की तान्या को प्रतिष्ठित 'द डायना अवार्ड ' से सम्मानित किया गया है. तान्या को ये सम्मान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया गया है. ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की याद में हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को ये सम्मान दिया जाता है जो कि इस बार तान्या का झोली में आया है. डायना अवॉर्ड से सम्मानित होने वाली तान्या से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

दून बेटी तान्या चड्डा को 'द डायना अवार्ड' से किया गया सम्मानित

डायना अवॉर्ड पाने वाली तान्या बीते कुछ सालों से नई दिल्ली में एक निजी संस्था के साथ जुड़कर मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही हैं. 23 वर्षीय समाज सेविका तान्या का परिवार देहरादून के सहसत्रधारा में रहता है. छोटी उम्र में समाज सेवा से जुड़ने और इस मुकाम तक पहुंचने के अनुभवों को तान्या ने ईटीवी भारत के साथ साझा किया.

पढ़ें-हाईटेक तकनीक से बनेगा नया लक्ष्मण झूला पुल, होगा शीशे की तरह पारदर्शी

तान्या चड्ढा ने बताया की उनके परिवार में उनकी मां , नानी और कई लोग समाजसेवा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. ऐसे में वह खुद भी बचपन से ही समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ना चाहती थीं. वे बताती हैं कि लाडली फाउंडेशन के सहेली कार्यक्रम की मदद से अब तक वह देश भर में 65000 महिलाओं और लड़कियों को घरेलू व सामाजिक शोषण का शिकार होने से बचा चुकी हैं. समाज में ग्रामीण और मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं की स्थिति पर बात करते हुए तान्या ने कहा कि आज भी इन महिलाओं में जागरूकता की खासी कमी है. ऐसे में यह बेहद ही जरूरी है कि यहां रहने वाली महिलाओं को उनके अधिकारों और व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर जागरुक किया जाए.

पढ़ें-सरकार के विरोध में बीजेपी सांसद तीरथ, बोले- देवप्रयाग से नहीं जुड़े 'हिलटॉप' का नाम

तान्या ने बताया कि उनकी संस्था उत्तराखंड में भी महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही है. जिसके तहत वह खुद मलिन बस्तियों में जाकर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक कर रही हैं. प्रतिष्ठित 'द डायना अवार्ड ' से नवाज़े जाने पर खुशी जाहिर करते हुए तान्या ने कहा कि इस अवार्ड के मिलने का पूरा श्रेय वह अपनी संस्था के सहयोगी साथियों और अपने परिजनों को देना चाहती हैं.

देहरादून: राजधानी की तान्या को प्रतिष्ठित 'द डायना अवार्ड ' से सम्मानित किया गया है. तान्या को ये सम्मान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया गया है. ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की याद में हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को ये सम्मान दिया जाता है जो कि इस बार तान्या का झोली में आया है. डायना अवॉर्ड से सम्मानित होने वाली तान्या से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की.

दून बेटी तान्या चड्डा को 'द डायना अवार्ड' से किया गया सम्मानित

डायना अवॉर्ड पाने वाली तान्या बीते कुछ सालों से नई दिल्ली में एक निजी संस्था के साथ जुड़कर मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही हैं. 23 वर्षीय समाज सेविका तान्या का परिवार देहरादून के सहसत्रधारा में रहता है. छोटी उम्र में समाज सेवा से जुड़ने और इस मुकाम तक पहुंचने के अनुभवों को तान्या ने ईटीवी भारत के साथ साझा किया.

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तान्या चड्ढा ने बताया की उनके परिवार में उनकी मां , नानी और कई लोग समाजसेवा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. ऐसे में वह खुद भी बचपन से ही समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ना चाहती थीं. वे बताती हैं कि लाडली फाउंडेशन के सहेली कार्यक्रम की मदद से अब तक वह देश भर में 65000 महिलाओं और लड़कियों को घरेलू व सामाजिक शोषण का शिकार होने से बचा चुकी हैं. समाज में ग्रामीण और मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं की स्थिति पर बात करते हुए तान्या ने कहा कि आज भी इन महिलाओं में जागरूकता की खासी कमी है. ऐसे में यह बेहद ही जरूरी है कि यहां रहने वाली महिलाओं को उनके अधिकारों और व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर जागरुक किया जाए.

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तान्या ने बताया कि उनकी संस्था उत्तराखंड में भी महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही है. जिसके तहत वह खुद मलिन बस्तियों में जाकर महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरुक कर रही हैं. प्रतिष्ठित 'द डायना अवार्ड ' से नवाज़े जाने पर खुशी जाहिर करते हुए तान्या ने कहा कि इस अवार्ड के मिलने का पूरा श्रेय वह अपनी संस्था के सहयोगी साथियों और अपने परिजनों को देना चाहती हैं.

Intro:This is a special interview .

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देहरादून- ब्रिटेन की राजकुमारी डायना की याद में हर साल अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगो को प्रतिष्टित 'The Daina Award ' से सम्मानित किया जाता है। ऐसे में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए इस साल भारत की 23 वर्षीय समाजसेवी तान्या चड्ढा को सम्मानित किया गया है। जो समस्त भारत वर्ष के लिए गर्व की बात है ।

बता दें कि तान्या बीते कुछ सालों से नई दिल्ली में एक निजी संस्था के साथ जुड़कर मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही हैं । 23 वर्षीय समाज सेवी तान्या का परिवार देहरादून के सहसत्रधारा में निवास करता है । ऐसे में देहरादून अपने आवास पहुँचने पर समाजसेवी तान्या ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और छोटी उम्र में समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ने से जुड़ी कई बातें सांझा की ।



Body:ईटीवी भारत से खास बातचीत में समाजसेवी तान्या चड्ढा ने बताया की उनके परिवार में उनकी मां , नानी और कई लोग समाजसेवा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं । ऐसे में वह खुद भी बचपन से ही समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़ना चाहती थी ।

समाजसेवी तान्या बताती हैं कि लाडली फाउंडेशन के सहेली कार्यक्रम की मदद से अब तक वह देश भर में 65000 महिलाओं व लड़कियों को घरेलू व सामाजिक शोषण का शिकार होने से बचा चुकी हैं । वहीं उत्तराखंड में भी अब उनकी संस्था महिलाओं के उत्थान के लिए काम कर रही है । जिसके तहत वह खुद मलिन बस्तियों का रुख कर रुख कर महिलाओं को उनकी व्यक्ति स्वच्छता और अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही हैं ।


Conclusion:प्रतिष्ठित 'द डायना अवार्ड ' से नवाज़े जाने पर खुशी जाहिर करते हुए समाजसेवी तान्या चड्ढा ने बताया इस अवार्ड के मिलने का पूरा श्रेय वह अपने संस्था के सहयोगी साथियों और अपने परिवारजनों को देना चाहती हैं ।

वहीं हमारे समाज में ग्रामीण और मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं की स्थिति पर बात करते हुए तान्या का कहना था कि आज भी इन महिलाओं में जागरूकता की खासी कमी है । ऐसे में यह बेहद ही जरुरी है कि यहां रहने वाली महिलाओं को उनके अधिकारों औऱ व्यक्तिगत स्वच्छता को लेकर ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए ।
Last Updated : Aug 26, 2019, 9:03 PM IST
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