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बोलिविया के ला पाज और मैक्सिको की तर्ज पर उत्तराखंड में भी चलेगी रोपवे

देश-विदेश के सैलानियों को उत्तराखंड की ओर आकर्षित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. जिसके लिए सरकार इन दिनों राज्य के मुख्य पर्यटक स्थलों में बोलिविया के ला पाज शहर और मैक्सिको में संचालित होने वाले मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की तर्ज पर रोपवे प्रणाली को बढ़ावा देने की कवायद में लगी है.

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Published : Jul 8, 2019, 5:16 PM IST

उत्तराखंड में ला पाज और मैक्सिको की तर्ज पर चलेगी रोपवे.

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड में देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में पर्यटन महकमा बोलिविया के ला पाज शहर और मैक्सिको में संचालित होने वाले मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की तर्ज पर उत्तराखंड में भी रोपवे प्रणाली को बढ़ावा देने की कवायद में लगी है.

जानकारी देते मुख्य सचिव उत्पल कुमार.

इन दिनों पर्यटन विभाग देहरादून से मसूरी के बीच हाईटेक रूप से रोपवे बनाने कि तैयारी में है. साथ ही राज्य के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में भी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. वहीं सरकार केदारनाथ में रोपवे लगाने को लेकर स्टडी करवा रही है. साथ ही यमुनोत्री और सिखों के धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब में भी रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है.

ये भी पढ़े: बाबा रामदेव के साथ धोखाधड़ी, पतंजलि स्टोर में बिकता मिला 'जहर'?

वहीं मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार रोपवे एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इससे पर्यावरण को बहुत कम नुकसान होगा. साथ ही उत्तराखंड में आने वाले पर्यटक आसानी से अपने गंतव्य स्थल तक जा सकेंगे. साथ ही बताया कि कुछ अन्य स्थानों को भी चिन्हित किया गया है जहां रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है.

देहरादून: त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड में देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. इसी क्रम में पर्यटन महकमा बोलिविया के ला पाज शहर और मैक्सिको में संचालित होने वाले मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की तर्ज पर उत्तराखंड में भी रोपवे प्रणाली को बढ़ावा देने की कवायद में लगी है.

जानकारी देते मुख्य सचिव उत्पल कुमार.

इन दिनों पर्यटन विभाग देहरादून से मसूरी के बीच हाईटेक रूप से रोपवे बनाने कि तैयारी में है. साथ ही राज्य के विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल औली में भी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है. वहीं सरकार केदारनाथ में रोपवे लगाने को लेकर स्टडी करवा रही है. साथ ही यमुनोत्री और सिखों के धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब में भी रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है.

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वहीं मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार रोपवे एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इससे पर्यावरण को बहुत कम नुकसान होगा. साथ ही उत्तराखंड में आने वाले पर्यटक आसानी से अपने गंतव्य स्थल तक जा सकेंगे. साथ ही बताया कि कुछ अन्य स्थानों को भी चिन्हित किया गया है जहां रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है.

Intro:प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार उत्तराखंड में देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है इसी क्रम में पर्यटन महकमा बोलिविया के लापॉज शहर और मैक्सिको शहर में संचालित होने वाले मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम की तरह ही उत्तराखंड में संचालित की जा रही रोपवे प्रणाली को बढ़ावा देने की कोशिश करने की कवायद में जुट गई है ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक उत्तराखंड का ओर रुख कर सकें।



Body:हालांकि अभी पर्यटन विभाग देहरादून से मसूरी में रोपवे को हाईटेक रूप से बेहतर बनाये जाने की तैयारी कर रहा है, साथ ही विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड का पर्यटक स्थल औली में भी व्यवस्थाओं को तेज रफ्तार देने की हरसंभव को कोशिश की जा रही है शायद यही वजह है कि जिन क्षेत्रों में रोपवे लगाए जाने हैं, ऐसे क्षेत्रों में अब सरकार ने फोकस करना शुरू कर दिया है। और केदारनाथ में रोपवे को लेकर स्टडी की जा रही है। विशेष रूप से सिखों के धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब और यमुनोत्री में भी अब रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है।


उत्तराखंड के जरूरत वाले सभी स्थानों पर लगाए जाने वाली रोपवे सेवा को विस्तार देने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को दिशा निर्देश दे दिए हैं ताकि हरिद्वार के मनसा देवी और चंडी देवी के साथ ही राज्य के अन्य स्थानों पर रोपवे व्यवस्था को स्थापित किया जा सके, इससे ना सिर्फ उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों की तादाद में इजाफा होगा, बल्कि सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। अब देखना होगा कि सरकारी तंत्र आखिर उत्तराखंड के अन्य स्थानों पर रोपवे व्यवस्था को किस तरह से स्थापित करने में सफल होगा।


वहीं मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियो के अनुसार रोपवे एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इससे पर्यावरण को मिनिमम नुकसान होगा और इससे उत्तराखंड में आने वाले टूरिस्ट आसानी से अपने गंतव्य स्थल तक जा सकते हैं। इसलिए रोपवे यहां पर एक अच्छी व्यवस्था बन सकती है। साथ ही बताया कि इसके लिए कुछ स्थानों को भी चिन्हित किया गया है जहां रोपवे लगाने का खाका तैयार किया जा रहा है।

बाइट - उत्पल कुमार सिंह, मुख्य सचिव, उत्तराखंड


Conclusion:
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