देहरादूनः हर साल देश में 14 नवंबर का दिन बाल दिवस यानी चिल्ड्रंस डे के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन स्कूलों में कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. वहीं कई स्कूलों में इस दिन टीचरों द्वारा बच्चों को दावत भी दी जाती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की ओर से 1956 में बाल दिवस मनाने का एलान किया गया था, लेकिन तब 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था. साल 1964 में देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद 14 नवंबर यानी पंडित नेहरू की जयंती पर बाल दिवस मनाने का फैसला लिया गया. इस खास दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य बाल अधिकार और बाल शिक्षा के प्रति आम नागरिक और बच्चों को जागरुक करना है.
बाल दिवस के मौके पर ईटीवी भारत ने आज राजधानी देहरादून के कुछ स्कूली बच्चों से बात की. इस दौरान स्कूली बच्चों से जब हमने बाल दिवस यानी चिल्ड्रंस डे के इतिहास के बारे में पूछा तो कई स्कूली बच्चों को इसकी जानकारी ही नहीं थी जो काफी हैरान करने वाला था.
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हालांकि सभी बच्चों ने बताया कि चिल्ड्रंस डे के दिन उनके स्कूलों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं, वहीं उनके टीचर्स की ओर से उनके लिए सरप्राइस पार्टी का भी आयोजन किया जाता है.
गौरतलब है कि विश्व के अलग-अलग देशों में बाल दिवस अलग-अलग दिन मनाया जाता है. कई देशों में एक जून को बाल दिवस मनाया जाता है. वहीं चीन में 4 अप्रैल, पाकिस्तान में एक जुलाई, अमेरिका में जून माह के दूसरे रविवार को बाल दिवस मनाया जाता है. इसके अलावा ब्रिटेन में 30 अगस्त और जापान में 5 मई को बाल दिवस मनाया जाता है.