ETV Bharat / city

फिर सामने आई निजी कॉलेजों की मनमानी, छात्रों को भेजा नोटिस

author img

By

Published : Jan 4, 2020, 7:02 PM IST

Updated : Jan 4, 2020, 7:15 PM IST

राज्य में निजी कॉलेजों की मनमानी पर रोक नहीं लग पाई है. निजी कॉलेजों ने सभी छात्रों को बढ़ी हुई फीस भरने का नोटिस जारी कर दिया है. जिसके बाद एक बार फिर से छात्र आंदोलित हो गये हैं.

private-colleges-sent-notice-to-students-to-deposit-increased-fees
फिर सामने आई निजी कॉलेजों की मनमानी

देहरादून: निजी कॉलेजों ने एक बार फिर से हाईकोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का उल्लंघन किया है. निजी कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस भरने को लेकर छात्रों को नोटिस जारी कर दिए हैं. जिसके बाद छात्रों में इसे लेकर खासा आक्रोश देखा जा रहा है. वहीं, राज्य आंदोलनकारी भी छात्रहित की इस लड़ाई में उतर आये हैं. राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान ने निजी कॉलेजों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस वापस नहीं ली तो वे फिर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

फिर सामने आई निजी कॉलेजों की मनमानी.

पिछले दिनों निजी कॉलेजों की फीस वृद्धि पर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद राज्य सरकार ने निजी कॉलेजों को बिना बढ़ी हुई फीस के ही छात्रों को जमा करने के लिए कहा था. बावजूद इसके निजी कॉलेजों की मनमानी पर रोक नहीं लग पाई है. साथ ही निजी कॉलेजों ने सभी छात्रों को बढ़ी हुई फीस भरने के लिए नोटिस जारी कर दिया है.

पढ़ें-खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश

दरअसल, निजी कॉलेजों को हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि यहां पढ़ने वाले छात्रों से साल में अस्सी हजार पांच सौ रुपए प्रति महीने लिया जाए. बावजूद इसके निजी कॉलेज संचालक छात्रों से दो लाख 15 हजार फीस मांग रहे हैं. साथ ही फीस न भरने वाले छात्रों को निजी कॉलेजों ने नोटिस भी जारी कर दिया है.

पढ़ें-गणतंत्र दिवस परेड: BJP शासित उत्तराखंड की झांकी को भी जगह नहीं, केंद्र ने तीनों प्रस्ताव किये नामंजूर

वहीं, निजी कॉलेजों की इस मनमानी के खिलाफ राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान ने छात्रों का समर्थन किया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा अगर जल्द ही निजी कॉलेजों और राज्य सरकार ने छात्रों की बढ़ाई हुई फीस को वापस नहीं लिया तो 3 सप्ताह में हाईकोर्ट में दोबारा से याचिका दाखिल करेंगे.

देहरादून: निजी कॉलेजों ने एक बार फिर से हाईकोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का उल्लंघन किया है. निजी कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस भरने को लेकर छात्रों को नोटिस जारी कर दिए हैं. जिसके बाद छात्रों में इसे लेकर खासा आक्रोश देखा जा रहा है. वहीं, राज्य आंदोलनकारी भी छात्रहित की इस लड़ाई में उतर आये हैं. राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान ने निजी कॉलेजों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कॉलेजों ने बढ़ी हुई फीस वापस नहीं ली तो वे फिर से हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

फिर सामने आई निजी कॉलेजों की मनमानी.

पिछले दिनों निजी कॉलेजों की फीस वृद्धि पर छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. जिसके बाद राज्य सरकार ने निजी कॉलेजों को बिना बढ़ी हुई फीस के ही छात्रों को जमा करने के लिए कहा था. बावजूद इसके निजी कॉलेजों की मनमानी पर रोक नहीं लग पाई है. साथ ही निजी कॉलेजों ने सभी छात्रों को बढ़ी हुई फीस भरने के लिए नोटिस जारी कर दिया है.

पढ़ें-खुशखबरीः अब लोक कलाकारों को दोगुना मिलेगा मानदेय, संस्कृति विभाग ने जारी किया शासनादेश

दरअसल, निजी कॉलेजों को हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि यहां पढ़ने वाले छात्रों से साल में अस्सी हजार पांच सौ रुपए प्रति महीने लिया जाए. बावजूद इसके निजी कॉलेज संचालक छात्रों से दो लाख 15 हजार फीस मांग रहे हैं. साथ ही फीस न भरने वाले छात्रों को निजी कॉलेजों ने नोटिस भी जारी कर दिया है.

पढ़ें-गणतंत्र दिवस परेड: BJP शासित उत्तराखंड की झांकी को भी जगह नहीं, केंद्र ने तीनों प्रस्ताव किये नामंजूर

वहीं, निजी कॉलेजों की इस मनमानी के खिलाफ राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान ने छात्रों का समर्थन किया है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा अगर जल्द ही निजी कॉलेजों और राज्य सरकार ने छात्रों की बढ़ाई हुई फीस को वापस नहीं लिया तो 3 सप्ताह में हाईकोर्ट में दोबारा से याचिका दाखिल करेंगे.

Intro:एक बार फिर निजी कॉलेजों की मनमानी का मामला सामने आया है।निजी कॉलेजों ने एक बार फिर हाईकोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का उल्लंघन करते हुए बढ़ी हुई फीस भरने के लिए छात्रों को नोटिस जारी कर दिए हैं। वही राज्य आंदोलनकारी रमता जोगी राम ने छात्रों के साथ पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि छात्रों की बनाई हुई फीस को वापस नहीं लिया गया तो 3 सप्ताह में हाईकोर्ट में दोबारा से याचिका दाखिल करेंगे।


Body:पिछले दिनों निजी कॉलेजों के छात्र द्वारा प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार ने निजी कॉलेजों को बिना बढ़ी हुई फीस के ही छात्रों को जमा करने में लिए कहा था।लेकिन निजी कॉलेजों ने दोबारा से राज्य सरकार का उलंघन किया।
बता दे कि निजी कॉलेजों ने एक बार फिर हाईकोर्ट और राज्य सरकार के आदेशों का उल्लंघन किया है।दरअसल निजी कॉलेजों को हाईकोर्ट ने आदेश दिया था कि निजी कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों से साल में अस्सी हज़ार पांच सौ रुपए प्रति महीने लिया जाए बावजूद उसके निजी कॉलेज संचालक छात्रों से दो लाख 15 हज़ार फीस मांग रहे हैं साथ ही फीस ना भरने वाले छात्रों को निजी कॉलेजों ने नोटिस भी जारी कर दिए हैं।
हाई कोर्ट ने आदेश के अनुसार निजी कॉलेजों को अनुपालन करने के लिए 80500 रुपय फीस साल 2004 में निर्धारित की गई थी। जबकि प्रत्येक 3 वर्ष में फीस बढ़ोतरी का प्रावधान है। उत्तराखंड सरकार ने 11 वर्ष बाद 215000 रुपय तय किया था इसी के आधार पर कॉलेजों ने शुल्क लिया।जिसके खिलाफ छात्रों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी।लेकिन कॉलेज अपनी मनमानी पर अड़े हुए है।


Conclusion:राज्य आंदोलनकारी रविन्द्र जुगरान ने छात्रों के साथ प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि जल्द ही निजी कॉलेजों और राज्य सरकारों ने छात्रों की बढ़ाई हुई फीस को वापस नहीं लिया तो 3 सप्ताह में हाईकोर्ट में दोबारा से याचिका दाखिल करेंगे।

बाइट- रविंद्र जुगरान(राज्य आंदोलनकारी)

बाइट ओर विसुल मेल किये है,मेल।से उठाने की कृपा करें।
धन्यवाद।
Last Updated : Jan 4, 2020, 7:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.